नई दिल्ली। आजकल अगला पीएम कौन को लेकर चर्चा ए आम है। इस गहमागहमी में सत्ता पक्ष हो चाहे विपक्ष सभी लगे हैं। पीएम मनमोहन भी तीसरी पारी को लेकर हां और ना में पार्टी समेत आम लोगों को उलझाए हैं। राहुल गांधी और मनमोहन में अगला कौन का मामला अभी सुलझा भी नहीं कि भाजपा में दरार दिखने लगी।
गुजरात के मुख्यमंत्री देश का कर्ज उतारने को बेताब हैं। लेकिन उनके बड़े बुजुर्ग सत्ता का मोह छोड़ ही नहीं पा रहे हैं। पीएम इन वेटिंग अपना टिकट कैंसिल कराने के मूड में नहीं हैं। फिलहाल भाजपा नेता विजय गोयल के बयान से तो यही दिखाई देता है। विजय गोयल ने कहा है कि 2014 का लोकसभा चुनाव लालकृष्ण आडवाणी के नेतृत्व में लड़ा जाएगा और भाजपा जीतेगी। सत्ता के गलियारों में यह चर्चा आम है कि आडवाणी की राजनाथ की नई टीम में नहीं चली है। मोदी की बढ़ती लोकप्रियता और उनके दवाब का असर इस नई टीम पर पूरी तरह दिखा। आडवाणी मनमसोस कर मोदी और राजनाथ की टीम का स्वागत कर रहे हैं। कहीं ऐसा तो नहीं कि विजय गोयल के जरिए आडवाणी पीएम की दावेदारी के लिए विजय रथ हांक रहे हैं।