नीतीश बीजेपी से पूछ सकते हैं पीएम उम्मीदवार का नाम

nitish kumarनई दिल्ली। जनता दल (यूनाइटेड) की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की इस सप्ताह के अंत में होने वाली बैठक में भाजपा की अगुवाई वाले एनडीए की एकता कसौटी पर कसी जाएगी। बैठक में जदयू आम चुनाव से पूर्व गठबंधन की ओर से प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार को लेकर भाजपा को अपना रुख स्पष्ट करने को कह सकती है। पार्टी किसी धर्मनिरपेक्ष छवि के नेता को ही पीएम पद के लिए नामित करने की मांग कर रही है।

13-14 अप्रैल को जदयू की दिल्ली में आयोजित राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में वर्तमान राजनीतिक व आर्थिक हालात पर चर्चा होगी। पार्टी सूत्रों ने कहा है कि बैठक में चुनाव से पहले प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के नाम की घोषणा के बारे में भाजपा को रुख स्पष्ट करने के लिए कहा जा सकता है। गौरतलब है कि पार्टी मोदी के नाम को लेकर हो रही चर्चा से ऊहापोह की स्थिति में है। वह किसी धर्मनिरपेक्ष छवि वाले नेता को ही पीएम पद के उम्मीदवार के रूप में देखना चाहती है। जबकि भाजपा जदयू जैसे सहयोगियों को ठेस पहुंचने के डर से पीएम उम्मीदवार की औपचारिक घोषणा को टाल रही है।

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कई बार भाजपा नेताओं को कहा है कि यदि मोदी को पीएम पद का उम्मीदवार घोषित किया जाता है तो वह गठबंधन से अलग हो जाएंगे। इसलिए भाजपा ने पहले ही कहा है कि वह राजग की ओर से उम्मीदवार की घोषणा सभी सहयोगी दलों से विचार-विमर्श के बाद ही करेगी। लेकिन सारे संकेतों से यह स्पष्ट हो रहा है कि अगले लोकसभा चुनाव में गुजरात के मुख्यमंत्री भाजपा की अगुवाई करेंगे।

सूत्रों ने कहा कि जदयू चाहती है कि पीएम उम्मीदवार पर भाजपा शीघ्र निर्णय ले। उन्होंने 2009 के चुनाव का उदाहरण देते हुए कहा कि एनडीए ने इसके लिए 2007 में ही लालकृष्ण आडवाणी के नाम का एलान कर दिया गया था, फिर इस चुनाव के लिए इतनी देर क्यों हो रही है।

जदयू अध्यक्ष शरद यादव से इस संबंध में पूछे जाने पर उन्होंने विस्तारपूर्वक जानकारी देने से इन्कार करते हुए राष्ट्रीय कार्यकारिणी वर्तमान राजनीतिक स्थिति पर खुले दिमाग से विचार करेगी। पहले से कोई एजेंडा तय नहीं है। सभी पार्टी पदाधिकारी मिलकर बातचीत करेंगे फिर निर्णय लेंगे कि आगे क्या करना है।

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