पुणे में सीरियल बम ब्लास्ट के पीछे आतंकी साजिश

पुणे में बुधवार शाम हुए चार सीरियल बम ब्लास्ट में आतंकियों का हाथ होने के साजिश से केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इंकार नहीं किया है। गृह मंत्रालय इस संबंध में राज्य सरकार के साथ लगातार संपर्क में हैं। इन विस्फोटों के बाद समूचे देश में और खासकर महानगरों में सतर्कता बढा दी गई है। राजधानी के जंतर मंतर इलाके में टीम अन्ना के अनशन स्थल पर भी चौकसी बढा दी गई है।

पुणे में जिन जगहों पर धमाका हुआ, वहां जांच के लिए गुरुवार सुबह एनएसजी की टीम पहुंच गई। एनएसजी की टीम ने कुछ सबूत इकट्ठा किए हैं। सूत्रों के हवाले से खबर आ रही है कि एफएसएल की शुरुआती जांच में पता चला है कि धमाके में अमोनियम नाइट्रेट और डेटोनेटर का इस्तेमाल किया गया। साथ ही इन धमाकों में इस्तेमाल की गई सभी साइकिलें नई थीं। अब इन साइकिलों को खरीदने वाले शख्स की तलाश की जा रही है। साथ ही जांच दल सीसीटीवी फुटेज भी खंगाल रही है।

उधर, बम धमाकों में घायल शख्स दयानंद पाटील को पुलिस ने क्लीन चिट दे दी है। बताया जा रहा है कि पाटील का बम धमाकों से कोई ताल्लुक नहीं हैं और उसने बम का बैग महज कौतूहलवश खोला था। पाटील पुणे का ही स्थानीय नागरिक है और जंगली महराज रोड पर टेलर का काम करता है।

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