कानपुर। आतंकी संगठन इंडियन मुजाहिदीन के कुख्यात आतंकियों के ड्राइविंग लाइसेंस स्थानीय आरटीओ (संभागीय परिवहन अधिकारी) ऑफिस में सक्रिय दलालों ने बनवा दिए। फर्जी नामों से जारी लाइसेंस पर आतंकियों की ही फोटो चिपकी हैं।
पुलिस ने एक स्टिंग ऑपरेशन कराकर आरटीओ आफिस में चल रहे गोरखधंधे का राजफाश किया। पुलिस ने लाइसेंस बनवाने वाले सात दलालों को गिरफ्तार कर लिया है। एसएसपी यशस्वी यादव के मुताबिक शहर में काफी समय से इंडियन मुजाहिदीन के दहशतगर्दो द्वारा फर्जी ड्राइविंग लाइसेंस की पहचान से दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई, कानपुर, लखनऊ समेत अन्य हिस्सों में रेकी करने की सूचना मिल रही थी। इस पर क्राइम ब्रांच, फजलगंज, काकादेव थानों की फोर्स को फर्जी लाइसेंस बनाने वाले गिरोह की तलाश में लगाया गया। पुलिस की जांच में सामने आया कि आरटीओ कार्यालय परिसर में कुछ संदिग्ध लोग प्रतिबंधित फार्मेट और बैक डेट पर 500 रुपये में बिना सत्यापन कराए ड्राइविंग लाइसेंस बना रहे हैं। इसके बाद इंडियन मुजाहिदीन के सदस्यों की इंटरनेट से फोटो डाउनलोड करके आरोपियों को लाइसेंस बनाने के लिए दिए गए। एसएसपी ने इस गोरखधंधे में आरटीओ कार्यालय के कर्मचारियों के शामिल होने की भी संभावना जताई है।