स्पॉट फिक्सिंग करने वालों पर कसेगा मनी लांड्रिंग का शिकंजा

IPL-spot-fixing8002नई दिल्ली । स्पॉट फिक्सिंग में दाऊद इब्राहिम और दुबई की तार जुड़ने के बाद प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) भी सक्रिय हो गया है। इस मामले में ईडी मनी लांड्रिंग रोकथाम कानून और विदेशी मुद्रा प्रबंधन कानून (फेमा) के तहत केस दर्ज करने की तैयारी में है। ईडी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि दिल्ली पुलिस से इस केस की विस्तृत जानकारी साझा करने को कहा गया है और एफआइआर की प्रति मिलते ही मनी लांड्रिंग का केस दर्ज कर लिया जाएगा।

ईडी के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि स्पॉट फिक्सिंग में दाऊद गिरोह के हाथ के सुबूत मिलने से इससे जुड़े पैसे के आतंकी फंडिंग में इस्तेमाल होने की आशंका बढ़ जाती है। अमेरिका और संयुक्त राष्ट्र ने दाऊद इब्राहिम को अंतरराष्ट्रीय आतंकी घोषित कर रखा है। उनके अनुसार यह सिर्फ स्पॉट फिक्सिंग का मामला नहीं है, बल्कि देश की सुरक्षा से जुड़ा है। जाहिर है ईडी अधिकारी इस रैकेट के राष्ट्रीय व अंतराष्ट्रीय नेटवर्क को पूरी तरह बेनकाब करना चाहते हैं। इससे सीमा पार से जुड़े हवाला ऑपरेटरों, मैच फिक्सरों और आतंकी गुटों के रिश्ते का पर्दाफाश हो सकता है।

ईडी के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि इस केस में वे लगातार दिल्ली पुलिस के आला अधिकारियों के साथ संपर्क में हैं और उनसे एफआइआर की प्रति और अन्य दस्तावेज देने को कहा गया है। उनके अनुसार इस मामले में मनी लांड्रिंग और फेमा के तहत दो केस दर्ज हो सकते हैं। चूंकि दिल्ली पुलिस ने श्रीसंत व बुकियों के खिलाफ आइपीसी की धारा 420 के तहत केस दर्ज किया है, जो मनी लांड्रिंग रोकथाम कानून के दायरे में आता है। इसीलिए ईडी को मनी लांड्रिंग का केस दर्ज करने में कोई दिक्कत नहीं होगी। वहीं पैसे के लेनदेन के तार विदेशों से जुड़े होने के कारण फेमा की जांच जरूरी है।

error: Content is protected !!