पीएम के इस भूल पर जब मचा हंगामा तो हलफनामे में दी सफाई

pmनई दिल्ली। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की उम्र 80 वर्ष है या 82, इस संशय को दूर करने को पीएम को चुनाव आयोग के समक्ष हलफनामा दायर करना पड़ा। दरअसल पूरा बखेड़ा मनमोहन के असम से राज्यसभा के लिए बुधवार को नामांकन पत्र दाखिल करने के साथ शुरू हुआ।

निर्वाचन अधिकारी के समक्ष दाखिल हलफनामे में प्रधानमंत्री ने उम्र 82 वर्ष दर्शायी है, जबकि प्रधानमंत्री की वेबसाइट पर उनकी जन्मतिथि 26 सितंबर, 1932 दर्ज है। जन्म की यही तारीख राज्यसभा की वेबसाइट पर भी है। इन दोनों वेबसाइट के अनुसार मनमोहन की उम्र 80 वर्ष 7 महीने हुई। पीएम की उम्र 80 या 82 होने के चक्कर में जब सियासी गलियारे में शोर मचा तो प्रधानमंत्री ने चुनाव आयोग के समक्ष एक हलफनामा दाखिल कर स्थिति को स्पष्ट किया। इसमें मनमोहन सिंह ने कहा है कि नामांकन पत्र के साथ दाखिल हलफनामे में उन्होंने भूलवश अपनी उम्र 82 वर्ष लिख दी थी। इसे 26 सितंबर 1932 के हिसाब से ही माना जाए। प्रधानमंत्री ने बुधवार को असम से राज्य सभा के लिए अपना नामांकन पत्र भरा। इसके साथ निर्वाचन अधिकारी के समक्ष दाखिल हलफनामे के पहले पन्ने पर लिखा है, ‘मैं मनमोहन सिंह पुत्र स्वर्गीय श्री गुरुमुख सिंह उम्र 82 वर्ष निवासी मकान नंबर 3989, नंदन नगर, गांव सारुमोटोरिया गुवाहाटी-781006 उपरोक्त चुनाव में एक उम्मीदवार हूं।’

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