श्रीनगर । पुलिस ने शनिवार को आल पार्टी हुर्रियत कांफ्रेस के उदारवादी गुट के चेयरमैन मीरवाइज मौलवी उमर फारुक को उनके घर में नजरबंद करते हुए उनके समर्थकों की एक रैली करने की कोशिश को भी नाकाम बना दिया।
गौरतलब है कि हुर्रियत कांफ्रेंस 16 मई से कश्मीर में हफ्ता-ए-शौदा मना रही है। यह हफ्ता 21 मई को मीरवाइज मौलवी उमर फारुक के पिता मौलवी फारुक अहमद की 24वीं बरसी के सिलसिले में मनाया जा रहा है। मौलवी फारुक को 21 मई 1990 को हिजब के आतंकियों ने मौत के घाट उतारा था।
मीरवाइज मौलवी उमर फारुक के समर्थकों ने शनिवार को खानयार में एक रैली का आयोजन किया था। लेकिन इसके लिए संबंधित प्रशासन से कोई अनुमति नहीं ली गई थी और दूसरा इस रैली के दौरान इलाके में विधि व्यवस्था का संकट पैदा होने की आशंका देखते हुए पुलिस ने वहां किसी को जमा नहीं होने दिया।
स्थानीय सूत्रों ने बताया कि सुबह मीरवाइज के कुछ समर्थकों ने जब वहां जबरन जमा होकर रैली करने का प्रयास किया तो पुलिसकर्मियों ने तीन से चार लोगों को हिरासत में भी ले लिया। लेकिन एसपी नार्थ ताहिर सलीम ने किसी को गिरफ्तार किए जाने से इन्कार किया है।
इस बीच, पुलिस ने आज सुबह तड़के ही मीरवाइज मौलवी उमर फारुक को उनके घर में नहीं नजरबंद कर दिया। मीरवाइज के समर्थकों को भी उनसे नहीं मिलने दिया गया। अलबत्ता, हुर्रियत चेयरमैन के परिजनों व रिश्तेदारों के उनके घर आने-जाने पर किसी तरह की रोक टोक नहीं थी।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने इस संदर्भ में संपर्क किए जाने पर बताया कि मीरवाइज के खानयार में पहुंचने पर विधि व्यवस्था का संकट पैदा हो सकता था। इसलिए उन्हें एहतियातन नजरबंद किया गया है।