पीएम बजाते रहे बंसी, चार साल में हुए ये चार घोटाले

pmनई दिल्ली। बुधवार को यूपीए 2 अपनी कामयाबी की रिपोर्ट पेश कर रही है। एक तरफ सरकार नीरो की बंशी बजा रही है तो दूसरी तरफ विपक्ष बस माथा पीटने और मगरमच्छ के आसूं बहाने में वक्त जाया कर रहा है। इस कार्यकाल में सांप्रदायिकता और विकास का नारा खूब चला। समझ नहीं आ रहा है समाजवादी कांग्रेस में समाजवाद में कितना लेट है। इस बीच इन चार सालों में आम आदमी की पीठ पेट से सटती जा रही है लेकिन घोटालों के आगे जीरो बढ़ता ही जा रहा है। लगता है कि हर घोटाले आपस में होड़ कर के बैठे हों। आम आदमी को सरकार से रोजगार और सुरक्षा को लेकर खास अपेक्षाएं होती हैं। चलिए हम आपको चार सालों के चार बड़े घोटाले बताते हैं।

चार साल और चार घोटाले

कोयला आवंटन घोटाला : 1 लाख 86 हजार करोड़ के इस घोटाले ने पीएमओ ऑफिस से लेकर कोयला मंत्रालय तक पर कालिख पोत दी। कोयला की आग में बेचारा कानून मंत्रालय भी झुलस गया। सीबीआइ की साख पर भी बंट्टा लग गया।

जी स्पेक्ट्रम घोटाला: 2जी स्पेक्ट्रम आंवटन के मामले में 1 लाख 76 हजार करोड़ का घोटाला। मंत्री से संतरी तक जेल की हवा खा रहे हैं।

कॉमनवेल्थ खेल घोटाला : 2010 में 70,000 करोड़ का कॉमनवेल्थ घोटाला। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुरेश कलमाडी के नेतृत्व में पैसों की लूट हुई, भारत का नाम दुनिया में दागदार हुआ।

रेलवे घूस कांड : 90 लाख की रकम दिए जाने के दौरान रेल मंत्री पवन बंसल के भांजे विजय सिंगला की गिरफ्तारी हो गई। रेलमंत्री पवन बंसल को इस्तीफा देना पड़ा।

पीएम घोटालों पर गठबंधन की मजबूरी का रोना रोते हैं। लेकिन सहयोगी हों चाहे क्रांग्रेस के नेता सबने लूट की छूट में हाथ मारा और हमारे ईमानदार छवि को सहेजने की नाकाम कोशिश में जुटे पीएम धृतराष्ट्र की तरह देखते रह गए।

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