नई दिल्ली। नक्सली देश की राजधानी दिल्ली सहित कई बड़ शहरों को निशाना बना सकते हैं। खुफिया सूचानाओं में चेतावनी दी गई है कि नक्सली आगामी महीनों में लक्ष्य करके प्रमुख लोगों को निशाना बनाने की फिराक में हैं। एजेंसियों की रिपोर्ट में कहा गया है कि हाल के दिनों में नक्सलियों ने अपना प्रभाव फिर बढ़ाने की शुरुआत की है।
पढ़ें: क्रूरता की हद पार की महिला नक्सलियों ने
खुफिया एजेंसियों का कहना है कि शनिवार को छत्तीसगढ़ में हुआ हमला नक्सलियों ने राष्ट्रीय स्तर पर सुर्खियां पाने और अपना प्रभुत्व फिर से स्थापित करने के लिए किया। रिपोर्ट में कहा गया है कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ध्यान आकíषत करने और माओवादियों का मनोबल बढ़ाने के लिए आगामी दिनों में नक्सली शहरी क्षेत्रों में कमजोर लक्ष्यों पर निशाना साधने की कोशिश करेंगे।
पढ़ें: मदद बढ़ाएगी वायुसेना
छत्तीसबढ़ के बस्तर, ओडिशा के मलकानगिरी, कोरापुट और झारखंड के लातेहार से नक्सलियों के सफाए के लिए लगातार दो-तीन साल तक अभियान चलाना होगा। सुरक्षा एजेंसियों ने कहा है कि नक्सलियों के खिलाफ अभियान के लिए अर्धसैनिक बलों के कम से कम 27000 जवानों को तैनात करना होगा। वर्तमान में अर्धसैनिक बलों के 82 हजार जवान नक्सल प्रभावित इलाकों में तैनात हैं।
इस दौरान बुधवार को सीआरपीएफ प्रमुख प्रणय सहाय ने अर्धसैनिक बलों के अन्य शीर्ष अधिकारियों के साथ बस्तर जिले की दरभा घाटी स्थित घटनास्थल का दौरा किया, जहां नक्सलियों ने कांग्रेसी नेताओं को निशाना बनाया था। उन्होंने घटनास्थल के अलावा नजदीकी क्षेत्रों में स्थित सीआरपीएफ के कैंपों का मुआयना किया।