राजकीय सम्मान के साथ प्रीति के अंतिम संस्कार की मांग

Navy nurse, preeti rathiनई दिल्ली। नर्स प्रीति राठी की पार्थिव देह सोमवार को मुंबई से दिल्ली पहुंच गई। प्रीति का आज ही अंतिम संस्कार किया जाएगा। इस बीच प्रीति के परिजनों ने उसका अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ करने की मांग की है। उन्होंने इसके साथ ही महाराष्ट्र सरकार से उसकी मौत की सीबीआइ जांच कराने की मांग भी की है। उधर, जीआरपी की क्राइम ब्रांच ने इस मामले में एक संदिग्ध का स्केच बनाया है।

इधर, विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज ने प्रीति राठी को इंसाफ के तौर पर महाराष्ट्र सरकार की ओर से दो लाख रुपये का मुआवजा देने के फैसले की निंदा की है। सुषमा स्वराज ने ट्वीट किया है कि सरकार का ये फैसला प्रीति को इंसाफ नहीं दे सकता है। बल्कि ये प्रीति के दर्द के लिए अपमान है। साथ ही सुषमा स्वराज ने इस घटना पर दुख व्यक्त किया है।

उल्लेखनीय है कि शनिवार को 25 वर्षीया नर्स प्रीति राठी का बंबई अस्पताल में निधन हो गया था। एक महीने पहले नेवी में नर्स बनने के लिए दिल्ली से मुंबई गई प्रीति जैसे ही बांद्रा टर्मिनस पर ट्रेन से उतरी, उसपर किसी ने तेजाब फेंक दिया था। जिस व्यक्ति ने उसपर तेजाब फेंका था उसको अब तक पकड़ा नहीं जा सका है।

तेजाबी हमले में घायल प्रीति की मौत

दिल्ली की रहने वाली प्रीति को मुंबई के कोलाबा स्थित इंडियन नेवी के अस्पताल में बतौर नर्स ज्वाइन करना था। लेकिन तेजाब के हमले में उसके तमाम सपने जल गए। एक महीने तक मुंबई के अस्पताल में जिंदगी की जंग लड़ते-लड़ते आखिरकार शनिवार को उसके हौसले ने जवाब दे दिया। प्रीति ने अस्पताल में दम तोड़ दिया। उसके पिता अमर सिंह राठी के अनुसार शाम करीब चार बजे डॉक्टरों ने उन्हें प्रीति के निधन की सूचना दी।

घायल प्रीति अपने परिवार से पूछती रहती थी कि उसके आरोपी को सजा मिली या नहीं। उसके साथ ऐसा क्यों हुआ। उसका कसूर क्या था।

प्रीति पर हमले के बाद से ही रेलवे पुलिस मुंबई से दिल्ली तक उसके हमलावरों की तलाश कर रही है। लेकिन उसे अभी तक सफलता नहीं मिली है। हालांकि कुछ दिनों पहले इस कांड में दो लोगों को हिरासत में लिया गया था। लेकिन उनसे हमले के सिलसिले में कोई विशेष जानकारी नहीं मिल पाई थी।

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