एनसीपी के सभी मंत्रियों ने पवार को सौंपे इस्तीफे

sharad panwarमुंबई। लोकसभा चुनाव के पहले सरकार और संगठन में बड़े बदलाव की कवायद में जुटे राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी [राकांपा] सुप्रीमो शरद पवार ने शुक्रवार को कांग्रेस के साथ साझा सरकार में शामिल अपनी पार्टी के सभी 21 मंत्रियों के इस्तीफे ले लिए। सूत्रों के मुताबिक, राकांपा के प्रदेश अध्यक्ष मधुकर पिचाड और स्पीकर दिलीप वालसे पाटिल ने भी त्यागपत्र दे दिया है।

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पार्टी सूत्रों का कहना है कि उप मुख्यमंत्री अजीत पवार के घर शाम को वरिष्ठ नेताओं की बैठक में राकांपा के सभी मंत्रियों ने पवार को इस्तीफे सौंप दिए। मंत्रिपद से इस्तीफा देने वालों में अजीत पवार, लोक निर्माण मंत्री छगन भुजबल, गृह मंत्री आरआर पाटिल, ग्रामीण विकास मंत्री जयंत पाटिल भी शामिल हैं। इनमें 15 मंत्री कैबिनेट स्तर के हैं।

पार्टी सूत्रों का कहना है कि पवार संगठन के कुछ नेताओं को सरकार में और गठबंधन सरकार में शामिल कुछ मंत्रियों को संगठन में भेजना चाहते हैं। सूत्रों का कहना है कि पवार ने सभी मंत्रियों के इस्तीफे लेने के साथ उन्हें चुनाव के लिए तैयार रहने को कहा है। पार्टी नेताओं का कहना है कि पार्टी की महाराष्ट्र इकाई के नए अध्यक्ष और पदाधिकारियों की अगले हफ्ते घोषणा हो सकती है। कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि पवार ने मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चह्वाण को संकेत दे दिया है कि वह पार्टी के कोटे के मंत्रियों के विभागों में फेरबदल करना चाहते हैं।

सूत्रों के मुताबिक, पवार ने मुख्यमंत्री से पूछा कि क्या वे भी अपनी पार्टी के मंत्रियों के विभागों में फेरबदल के इच्छुक हैं, इस पर चह्वाण ने मामला विचाराधीन होने की बात कही। उल्लेखनीय है चह्वाण भी कांग्रेस कोटे की खाली पड़ी कुछ सीटों को भरते हुए मंत्रिमंडल को पुनर्गठित करना चाहते हैं। सूत्रों का कहना है कि राज्यपाल को अभी राकांपा के मंत्रियों के त्यागपत्र नहीं मिले हैं। वहीं प्रदेश भाजपा अध्यक्ष देवेंद्र फड़नवीस ने राकांपा के इस कदम पर कहा कि शरद पवार को दागी मंत्रियों को दोबारा मंत्रिमंडल में शामिल नहीं कराना चाहिए।

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