बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए आगे आए मोदी

narendra-modi-333देहरादून। गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा से बात कर बाढ़ पीड़ितों की मदद का भरोसा दिलाया है। साथ ही, मोदी ने बहुगुणा से बाढ़ में फंसे गुजरात के यात्रियों को सुरक्षित स्थल पर पहुंचाने की अपील की है। सूत्रों के मुताबिक, गुजरात के सैकड़ों यात्री ऋषिकेश और केदारनाथ में फंसे हुए हैं, जिनसे पिछले कई दिनों दिन से संपर्क नहीं हो पा रहा है। ये यात्री अहमदाबाद, गांधीनगर, वडोदरा व साबरकांठा के हैं।
इससे पहले प्रधानमंत्री डा. मनमोहन सिंह कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा से दूरभाष पर वार्ता कर आपदा का हाल जाना और राहत कार्यों की जानकारी ली। उधर, उत्तराखंड में आई आपदा के मद्देनजर रक्षामंत्री, गृह मंत्री व विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने संवेदना व्यक्ति करते हुए सहयोग का भरोसा दिया। प्रधानमंत्री ने मंगलवार शाम मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा से फोन पर राहत व बचाव कार्यो की जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को ताजा हालात से अवगत कराया। साथ ही केंद्र से और अधिक सहायता का अनुरोध किया।
यूपीए चेयरपर्सन और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भी मंगलवार को फोन पर मुख्यमंत्री से आपदा की जानकारी ली। जानमाल के नुकसान पर गहरी संवेदना प्रकट करते हुए हर संभव मदद का आश्वासन दिया। मुख्यमंत्री ने केंद्रीय रक्षा मंत्री एके एंटनी व गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे से भी फोन पर बात कर उन्हें स्थिति की जानकारी दी। सेना के अधिकारियों द्वारा ज्यादा हेलीकाप्टर की जरूरत बताए जाने पर मुख्यमंत्री ने रक्षा मंत्री से अतिरिक्त हेलीकाप्टर उपलब्ध कराने का अनुरोध किया। इस पर उन्होंने बुधवार को छह मिग हेलीकाप्टर व छह एएलएच हेलीकाप्टर उपलब्ध कराने का भरोसा दिया।
तस्वीरों में देखें, लोगों की रक्षा के लिए क्या-क्या किया जा रहा है
आपदाग्रस्त क्षेत्रों के लिए डाक्टरों का विशेष दल गठित
आपदा प्रभावित क्षेत्रों में बचाव कार्य शुरू होने पर स्वास्थ्य महकमा भी हरकत में आ गया है। आपदा में घायल हुए लोगों के तत्काल उपचार के लिए डाक्टरों की विशेष टीमें प्रभावित क्षेत्रों की ओर रवाना हो चुकी हैं। अपर सचिव पियूष सिंह ने बताया कि एक टीम बुधवार को हेलीकाप्टर से रुद्रप्रयाग भेजी जाएगी, जबकि दो डाक्टरों समेत चार सदस्यीय टीम चमोली पहुंच चुकी है। डाक्टरों का एक अन्य दल बुधवार को अल्मोड़ा से चमोली भेजा जाएगा। दो अन्य टीमें भी रुद्रप्रयाग भेजी जाएंगी। इसके अलावा दवाएं और उपचार की अन्य जरूरी चीजें भी प्रभावित क्षेत्रों में भेजी जाएंगी। साथ ही इएमआरआई के तकनीकी विशेषज्ञ भी प्रभावित क्षेत्रों में भेजे जा रहे हैं। उत्तरकाशी के आपदा प्रभावित क्षेत्रों में भी दवाएं व अन्य जरूरी चीजें भेजी जा रही हैं।
राज्यों ने मदद के लिए बढ़ाये हाथ
उत्तराखंड में आई भयंकर बाढ़ से हुए नुकसान को देखते हुए हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश और पश्चिम बंगाल ने मदद को हाथ बढ़ाए हैं। हरियाणा के मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने उत्तराखंड सरकार को दस करोड़, मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने पांच करोड़ और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने दो करोड़ रुपये देने की घोषणा की। वहीं, बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने वहां फंसे राज्य के करीब 1700 तीर्थयात्रियों की मदद के लिए अपने दो मंत्रियों को भेजा है। उन्होंने बचाव कार्य में मदद की पेशकश भी की। कोलकाता में पत्रकारों से बातचीत में ममता ने कहा कि उनकी उत्तराखंड के मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा से फोन पर बात हुई है। उन्होंने उनसे केदारनाथ इलाके में फंसे बंगाल के पर्यटकों को बचाने का अनुरोध किया है। कुछ हेलीकॉप्टर की मदद से तीर्थयात्रियों को निकालने का भी प्रबंध किया गया है। वहीं, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी सुरक्षा प्रबंधों को लेकर विजय बहुगुणा से बातचीत की।
एकजुट होकर करेंगे आपदा का सामना : बहुगुणा
प्रदेश में आई दैवीय आपदा से निपटने के लिए मंगलवार को दलीय राजनीति से इतर सत्तापक्ष व विपक्ष एक मंच पर नजर आया। कांग्रेस व भाजपा के विधायक व सांसदों की संयुक्त बैठक में संकट की इस घड़ी में दलगत भावना से ऊपर उठकर प्रभावित लोगों को राहत पहुंचाने का निर्णय लिया गया। बैठक में यह तय किया गया कि स्वास्थ्य मंत्री सुरेंद्र नेगी और नेता प्रतिपक्ष अजय भट्ट संयुक्त रूप से हवाई दौरा कर स्थिति का जायजा लेंगे। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि कर्मचारियों की कमी होने पर तत्काल नियुक्तियां कर ली जाएं। गौरतलब है कि मंगलवार को सचिवालय में मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा की अध्यक्षता में भाजपा व कांग्रेस के सांसद व विधायकों के बीच बैठक हुई। बैठक में एक स्वर में यह बात कही गई कि संकट की इस घड़ी में दलगत बातें व राजनीति को आड़े नहीं आने दिया जाएगा। इस दौरान मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा ने कहा कि आपदा से निपटने के लिए संसाधनों की कोई कमी नहीं है। विभिन्न स्थानों पर फंसे तीर्थयात्रियों की सुरक्षा सरकार की प्राथमिकता है। हेलीकॉप्टर से यात्रियों को निकाले जाने का कार्य लगातार जारी है। जब तक फंसे यात्रियों को बाहर नहीं निकाला जाता तब तक उन्हें भोजन, कंबल, दवाइयां व अन्य आवश्यक वस्तुएं पहुंचाई जा रही हैं। उन्होंने कहा कि आज देश विदेश की नजरें उत्तराखंड पर लगी हुई हैं। मुख्यमंत्री ने इस दौरान अधिकारियों को श्रीनगर व चिन्यालीसौड़ में एटीएफ के ट्रक पहुंचाने के निर्देश दिए ताकि राहत कार्यो में लगे हेलीकाप्टरों को ईंधन की कमी न हो।
पूर्व मुख्यमंत्री ने भी दिया आश्वासन
पूर्व मुख्यमंत्री डा. रमेश पोखरियाल निशंक ने भी मुख्यमंत्री से भेंट कर आपदा की इस घड़ी में सहयोग का आश्वासन दिया। बैठक में टिहरी सांसद माला राज्यलक्ष्मी शाह, कैबिनेट मंत्री प्रीतम सिंह, विधायक उमेश शर्मा व राजकुमार के अलावा मुख्य सचिव सुभाष कुमार, प्रमुख सचिव राकेश शर्मा व डा.एसएस संधु आदि भी उपस्थित थे।
एक दिन का वेतन देंगे सचिवालयकर्मी
प्रदेश में आई दैवीय आपदा के मद्देनजर सचिवालय सेवा अधिकारी संघ (राजपत्रित) ने मुख्यमंत्री राहत कोष में एक दिन का वेतन देने का निर्णय लिया है। संगठन के अध्यक्ष आरके तोमर व महासचिव व्योमकेश दुबे ने बताया कि संगठन की बैठक में एकमत से यह प्रस्ताव पारित किया गया।

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