भड़के रावल, गलत बयान पर करेंगे कानूनी कार्रवाई

02_07_2013-rawalkedarरुद्रप्रयाग [जागरण प्रतिनिधि]। केदारनाथ के रावल भीमाशंकर लिंग ने केदारनाथ में पूजा व व्यवस्थाओं को लेकर शंकराचार्य स्वरूपानंद के बयान को बेतुका करार दिया है। उनका कहना है कि बढ़ती उम्र के साथ वह बिना सोचे समझे कुछ भी बयानबाजी कर रहे हैं।

रविवार को हरिद्वार में शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद की अध्यक्षता में हुई संतों की बैठक में रावल को हटाने के साथ ही मंदिर समिति का अध्यक्ष भी संतों के बीच से बनाने की मांग का प्रस्ताव पारित किया गया था।

इस संबंध में दूरभाष पर रावल भीमाशंकर लिंग ने बताया कि केदारनाथ में पूजा-अर्चना की व्यवस्थाएं व रावल की परंपरा युगों से चली आ रही है। वह केदारनाथ के 324वें रावल हैं। ऐसे में केदारनाथ मंदिर की परंपराओं के विपरीत बयानबाजी कर शंकराचार्य स्वरूपानंद अपने ही सम्मान को ठेस पहुंचा रहे हैं। रावल ने कहा कि उन्हें और मंदिर समिति को बर्खास्त करने की उनकी मांग औचित्यहीन है। केदारनाथ में पूजा को लेकर मंदिर समिति व पुजारी गंभीर हैं। जब तक मंदिर की सफाई व शुद्धिकरण नहीं हो जाता है, वहां पूजा संभव नहीं है।

उन्होंने कहा कि वह शीघ्र प्रधानमंत्री, गृह मंत्री से भेंट कर केदारनाथ में शीघ्र सफाई व्यवस्था सुनिश्चित कराने को लेकर वार्ता करेंगे। साथ ही केंद्र सरकार को चाहिए कि केदारनाथ में सफाई व्यवस्था को अपने हाथ में ले।

रावल ने कहा कि स्वरूपानंद जो भी गलत बयानबाजी कर रहे हैं, उन सभी का परीक्षण कराया जा रहा है। शीघ्र उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि केदारनाथ के नियमों के बारे में जानकारी शंकराचार्य के पास नहीं है। ऐसे में उनकी गलत बयानबाजी से धार्मिक भावनाएं आहत हो रही हैं।

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