नई दिल्ली। बिहार के बोधगया में हुए धमाकों पर राजनीति शुरू हो गई है। कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने इसे लेकर नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है। दिग्विजय ने ये ट्विटर पर ये कहकर विवाद पैदा कर दिया है कि धमाके से एक दिन पहले नरेंद्र मोदी ने जनता से नीतीश कुमार को सबक सिखाने की बात कही थी। इसके अगले ही दिन धमाके हो गए। दिग्विजय ने ट्वीट कर कहा कि इसके अलावा अमित शाह ने भी राम मंदिर बनाने की बात कही थी। उन्होंने सवाल उठाया कि कहीं इन दोनों बातों का धमाके से कोई कनेक्शन तो नहीं है। फिलहाल एनआईए जांच चल रही है इसमें पूरा सच सामने आ जाएगा।
शनिवार को मोदी ने दी थी चेतावनी
बता दें कि शनिवार को गुजरात के सीएम नरेंद्र मोदी ने टेली कांफ्रेंसिंग के जरिए पटना में बीजेपी के कार्यकर्ताओं को संबोधित किया था। इस दौरान उन्होंने कहा था कि जनता नीतीश को सबक सिखाएगी। दिग्विजय ने उसी भाषण के मद्देनजर अपना बयान दिया है। इसे लेकर फिलहाल बीजेपी से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन इस पर घमासान मचना तय है। मोदी अक्सर दिग्विजय के निशाने पर रहते हैं। लेकिन बीजेपी भी मोदी का पुरजोर बचाव करती है। देखना है इस बार ये बयानबाजी कहां जाकर थमती है।
इंडियन मुजाहीद्दीन के मॉड्यूल पर शक
बोधगया में धमाके की जांच में इंडियन मुजाहीद्दीन के इसी मॉड्यूल पर शक करने की एक और खास वजह ये है कि इसी मॉड्यूल को कम शक्ति वाले बम बनाने की ट्रेनिंग दी थी। इन्हें रेकी करने के लिए भी खास ट्रेनिंग दी गई थी। खास बात ये कि इस मॉड्यूल में शामिल असद नामक आतंकी 2006 में खाड़ी देश गया। जहां उसकी मुलाकात फहीम कागजी नाम के आतंकी से कराई गई और उसी ने बोधगया के लिए खास मॉड्यूल बनाने का काम असद को सौंपा।
विस्फोट में टाइमर का इस्तेमाल
महाबोधि मंदिर में धमाके की जांच में जुटी एजेंसियों को अब तक की जांच में पता चला है कि महाबोधि मंदिर में धमाके के लिए अमोनियम नाइट्रेट, टाइमर और लोहे के छर्रों का इस्तेमाल किया गया है। बम बनाने के बाद उन्हें 2 से 3 किलो के सिलेंडर से बांध दिया गया था। मकसद ये कि धमाके के बाद ज्यादा से ज्यादा इलाके को नुकसान हो। नौ महीने पहले पकड़े गए इंडियन मुजाहीद्दीन के आतंकियों को महाराष्ट्र के औरंगाबाद के फार्म हाउस में इन्हीं चीजों के इस्तेमाल से बम बनाने की ट्रेनिंग दी गई थी। दिल्ली पुलिस से पूछताछ में इन आतंकियों ने बोधगया में हमला करने की साजिश का खुलासा भी किया था।
एक संदिग्ध हिरासत में
विश्व प्रसिद्ध महाबोधि मंदिर में हुए सिलसिलेवार बम धमाके के मामले में पुलिस ने संदेह के आधार पर एक व्यक्ति को हिरासत में लिया है। पुलिस सूत्रों ने अनुसार बाराचठ्ठी इलाके से विनोद मिस्त्री को बम धमाके के मामले में संदेह के आधार पर हिरासत में लिया गया है। बिहार पुलिस और राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की टीम हिरासत में लिये गये पूछताछ कर रही है। गौरतलब है कि महाबोधि मंदिर परिसर और उसके आसपास रविवार सुबह साढ़े पांच से छह बजे के बीच सिलसिलेवार नौ बम धमाके हुए और दो जिंदा बमों को निष्क्रिय किया गया। बम धमाके की इस घटना में दो विदेशी घायल हुए हैं।