कांग्रेसी विधायक ने पार्टी से बगावत कर शिवराज का हाथ थामा

mpभोपाल। मध्यप्रदेश के संसदीय इतिहास में आज अभूतपूर्व घटनाक्रम के बीच राज्य की शिवराज सिंह चौहान सरकार के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव की कांग्रेस विधायक दल के उपनेता चौधरी राकेश सिंह चतुर्वेदी ने ही हवा निकालते हुए सदन में इसका विरोध कर डाला। इस घटनाक्रम को लेकर हुए अभूतपूर्व हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई।

दिग्विजय पर साधा निशाना

प्रस्ताव पर चर्चा का मुद्दा आया तो चतुर्वेदी ने इसका विरोध करते हुए कहा कि उनके द्वारा सुझाए गए तीन मुद्दों को अविश्वास प्रस्ताव में शामिल नहीं किया गया है। पहला तो यह कि राज्य के उत्तराखंड में गए 721 व्यक्तियों का अभी तक पता नहीं चल पाया है। उन्होंने कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह का नाम लिए बगैर कहा कि एक नेता ने ‘बच्चा-बच्चा राम का, राघवजी के काम का’ जैसा बयान दिया है और इससे हिंदुओं का अपमान हुआ है। चतुर्वेदी ने कहा कि इसके अलावा पूर्व वित्त मंत्री राघवजी द्वारा यौन प्रताड़ना का मामला भी अविश्वास प्रस्ताव में शामिल नहीं किया गया है। उन्होंने अध्यक्ष ईश्वरदास रोहाणी से मुखातिब होते हुए कहा कि इन तीनों मुद्दों को शामिल नहीं किए जाने के कारण अविश्वास प्रस्ताव का कोई औचित्य नहीं रह जाता है। इस घटनाक्रम के बावजूद कांग्रेस विधायकों ने इस पर चर्चा कराने की मांग की, लेकिन भाजपा सदस्यों ने इसका जमकर विरोध किया।

बीजेपी में शामिल हुए कांग्रेस विधायक

सदन में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा शुरू होने से पहले ही कांग्रेस के चौधरी राकेश सिंह चतुर्वेदी ने अविश्वास प्रस्ताव का विरोध कर दिया। भारतीय जनता पार्टी के विधायकों ने उनका साथ दिया जिससे हंगामा मच गया। इसके बाद अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही आधा घंटे के लिए स्थगित कर दी। विधानसभा में हंगामे के बाद सदन में उपनेता चौधरी राकेश सिंह चतुर्वेदी भाजपा में शामिल हो गए। आधा घंटे बाद जब विधानसभा की कार्यवाही फिर शुरू हुई तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि जब कांग्रेस के उपनेता को अपने वरिष्ठ नेताओं में भरोसा नहीं है तो अविश्वास प्रस्ताव का कोई अर्थ नहीं है। इसके बाद फिर हंगामा शुरू होने के कारण विधानसभा का सत्र अनिश्चितकाल के स्थगित कर दिया गया।

अजय सिंह ने बताया गद्दार

इस बीच विपक्ष के नेता अजय सिंह ने विधानसभा परिसर में पत्रकारों से चर्चा में चतुर्वेदी को गद्दार बताते हुए कहा कि उन्होंने पीठ में छुरा घोपा है। अजय सिंह ने कहा कि ये लोकतंत्र के साथ धोखा हुआ है। मुख्यमंत्री अपने परिवार से जुड़े भ्रष्टाचार के मुद्दों पर चर्चा नहीं चाहते थे। इसलिए बीजेपी ने सारा नाटक कर हमारे उपनेता के साथ सौदा कर लिया। अजय ने कहा कि आज ही बुलाई जाने वाली कांग्रेस विधायक दल की बैठक में उन्हें पार्टी से निष्कासित करने का प्रस्ताव पारित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि संपूर्ण घटनाक्रम से कांग्रेस हाईकमान को अवगत करा दिया गया है। वहीं विधानसभा की कार्यवाही स्थगित होने के बाद चतुर्वेदी भाजपा नेताओं और कुछ मंत्रियों के साथ मीडिया से बचकर भाजपा के प्रदेश कार्यालय की ओर रवाना हो गए। बताया गया है कि वह जल्दी ही भाजपा की सदस्यता ग्रहण करेंगे।

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