नई दिल्ली/ दिल्ली के वीवीआईपी इलाके अशोक रोड पर शनिवार देर रात सड़क पर स्टंट कर रहे बाइकर्स पर पुलिस द्वारा चलाई गई गोली से बाइक के पीछे बैठे एक युवक की मौत हो गई, जबकि बाइक चला रहा युवक सड़क पर गिरकर घायल हो गया। घायल युवक की हालत खतरे से बाहर है। हालांकि, अब यह सवाल उठने लगा है कि क्या बाइकर्स को रोकने के लिए गोली मारना ही पुलिस के पास एक मात्र विकल्प था? इस बीच इस गोलीकांड के न्यायायिक जांच के आदेश दिए गए हैं। इस गोलीकांड में मारे गए करण की मां मंजू ने पुलिस पर करण की हत्या करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि पुलिस को गोली नहीं चलानी चाहिए थी। पुलिस उसे डंडे मार सकती है। उन्होंने कहा कि करण के हत्यारों को सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए।
क्या है पूरा मामलाः यह घटना शनिवार देर रात करीब ढाई बजे नई दिल्ली के अशोक रोड इलाके की है। पुलिस का कहना है कि शनिवार रात 2 बजकर 20 मिनट पर फोन आया कि अशोक रोड इलाके में विंडसर पैलेस के पास 35 से 40 बाइकर्स स्टंट कर रहे हैं। सूचना मिलने के बाद पीसीआर वै न घटनास्थल की ओर रवाना की गई।
दिल्ली पुलिस के प्रवक्ता राजन भगत का कहना है कि पीसीआर पर सवार पुलिसवालों ने बाइकर्स को रोकने की कोशिश की, लेकिन वह नहीं माने। इसके बाद घटनास्थल पर दूसरी पीसीआर वैन पहुंची। इस पीसीआर वैन पर बाइकसवार युवकों ने पथराव कर दिया। पुलिस के मुताबिक हवाई फायरिंग की गई। पीसीआर पर सवार एक पुलिसकर्मी ने बाइक के पहिए पर गोली चलाई, जो स्टंट कर रहे युवक करण को लग गई। करण की उम्र 18 से 19 साल बताई जा रही है। उसके साथ बैठा युवक पुनीत नीचे गिरकर घायल हो गया। पुलिस उसे राम मनोहर लोहिया अस्पताल ले गई। पुलिस का कहना है कि पुनीत ड्रग एडिक्ट है और उसका इलाज भी चल रहा है। उसने शराब भी पी हुई थी।
घटनास्थल पर ईंटें: बाइकर्स के पुलिस पर पथराव का दावा एक हद तक सही लग रहा है।घटनास्थल पर काफी ईंटें पड़ी हुई हैं। पुलिस अब इस पूरे मामले की जांच कर रही है। घटना के बाद पुलिस की एक टीम ने मौके का मुआयना भी किया।