सोनिया की चिट्ठी से नाराज हो गये नरेश अग्रवाल

naresh-agarwalनोएडा की आईएएस आफिसर दुर्गा शक्ति नागपाल के पक्ष में प्रधानमंत्री कार्यालय को लिखी गई सोनिया गांधी की चिट्ठी से समाजवादी पार्टी के नेता इतने नाराज हो गये हैं कि नरेश अग्रवाल ने एक टीवी चैनल से बात करते हुए कह दिया है कि पार्टी खाद्य सुरक्षा विधेयक पर यूपीए का समर्थन नहीं करेगी। टाइम्स नाऊ चैनल से बात करते हुए नरेश अग्रवाल ने कहा है कि अगर सोनिया गांधी को आईएसएस अधिकारियों की इतनी ही चिंता है तो उन्हें दो चिट्ठी और लिखनी चाहिए जिसमें दो कांग्रेस की राजस्थान और हरियाणा सरकार द्वारा दो आईएएस अधिकारियों को बर्खास्त कर दिया गया है।

नरेश अग्रवाल का कहना है कि सोनिया गांधी को एक चिट्ठी हरियाणा में बर्खास्त किये गये अशोक खेमका और राजस्थान में बर्खास्त किये गये आईएएस अधिकारी के लिए भी लिखनी चाहिए जो कि इसलिए बर्खास्त कर दिये गये क्योंकि वे राबर्ट वाड्रा की जमीन से जुड़े मामलों की जांच कर रहे थे। दोनों ही राज्यों में कांग्रेस की सरकार हैं इसलिए सोनिया जी को प्रधानमंत्री कार्यालय में दो चिट्ठी और लिखनी चाहिए। हाल में ही ऐसी खबरें आई थी कि खाद्य सुरक्षा विधेयक पर समर्थन लेने के लिए कांग्रेस और मुलायम सिंह यादव के बीच एक डील हो गई है। इस डील के तहत मुलायम सिंह यादव खाद्य सुरक्षा विधेयक पर सरकार का समर्थन तो करेंगे लेकिन बदले में वे सीबीआई से अपने लिए क्लीन चिट भी चाहते हैं। दावा किया गया कि सरकार उनके साथ यह डील करने के लिए तैयार भी हो गई थी। लेकिन अब सोनिया की चिट्ठी से जिस तरह से समाजवादी नरेश भड़के नजर आ रहे हैं उससे लगता है कि राजनीतिक बवाल कम होने की बजाय बढ़ेगा।

भाजपा ने भी सोनिया गांधी की चिट्ठी पर सवाल उठाते हुए वही सवाल उठाया है जो नरेश अग्रवाल उठा रहे हैं कि अगर सोनिया गांधी को अधिकारियों के प्रति इतनी हमदर्दी है तो उन्हें हरियाणा के आईएसएस अधिकारी अशोक खेमका के लिए भी प्रधानमंत्री कार्यालय को चिट्ठी लिखनी चाहिए जो कि राबर्ट वाड्रा की जमीन के मामले की जांच कर रहे थे। http://visfot.com

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