

इस जत्थे में दारूल उलूम जीया उल मुस्ताफा के सदर हाजी गुलाम रसूल तंवर हाजी हनीफ, हाजी सुलेमान, हाजी रमजान, हाजी गुलजार सहित दस जायरीनों का जत्था रवाना हुआ इससे पहले मुस्लिम मुसाफिर खाने में इनके सम्मान में समारोह आयोजित किया गया जिसमें मुस्लिम धर्म गुरू पीर सैयद मजूर हसन कादरी ने कहा हर मुस्लमान की दिल की ख्वाहिष होती है कि जिन्दगी में एक बार मक्का मदीना देखू आप खुद किस्मत है कि आपकी दुआ कबूल हुई। उन्होने कहा वहां उस मुक्कदष स्थान पर मांगी गई दुआ रब कबूल करता है। मक्का मदीना का दीदार ही ईब्बात है। इस मौके पर बाड़मेर विधायक मेवाराम जैन ने हज जाने वाले जत्थे को मुबारकबाद देते हुए कहा कि आप खुष किस्मत हो कि ईष्वर ने आपको दूसरी बार जाने का मौका दिया उस पवित्र स्थान पर जाकर मुल्लक, सूबे के खुषहाली की अमनचैन भाईचारे की दुआ करें। शहर काजी मौलाना हासम ने कहा कि वो मुक्कदष स्थान है जहां पर रात दिन सत्तर हजार फरीष्ते अपने नबी पर दुरूद भेजते है। आप जियारत कर आप नेक लोगो की फरीस्त में नाम लिखा रहे है। हज सेवक बच्चु खां ने बताया कि जो लोग उमरा जाना चाहते है मुस्लिम मुसाफिर खाने में आवेदन भरे जा रहे। इस मौके पर जामा मस्जिद के शाही पैष इमाम हाजी मौलाना लाल मोहम्मद सिदीकी, मौलाना जमील अहमद नक्ष बंदी, मुस्लिम इंतजामिया कमेटी के पूर्व सदर असरफ अली खिलजी, हाज अब्दुल हकीम, हाजी अब्दुल गफूर हाजी, हुसैन, मुस्लिम युवा कमेटी के सदर पीर मोहम्मद कोटवाल, असलम तंवर, इकबार पेन्टर, अलीसेर राठौड, हज कमेटी के पूर्व चैयरमैन मौहम्मद सलीम खिलजी, अब्दुल रहमान, तेली समाज के सदर आबीद अली, काग्रेस के नगर महामंत्री मौहम्मद रफीक खिलजी, असकर अली तेली, हाजी मुख्तियार, गौरी, पीर बक्ष, सहित सैकड़ो की तादाद में लोग मौजूद थे।
VIJAY KUMAR, Editor, HAFTE KI BAAT
BARMER (Rajasthan)
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