राजस्थानी भाषा प्रेमियो ने राहुल गांधी का पुतला फूंका

IMG_0162बाड़मेर / राजस्थानी भाषा दिवस पर अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति बाड़मेर द्वारा प्रदेश उप पाटवी चन्दन सिंह  भाटी के नेतृत्व में राजस्थानी भाषा को मान्यता कि अनदेखी कर रहे कांग्रेस क्वे युवराज राहुल गांधी का पुतला कलेक्टर परिसर के आगे जलाया। इस अवसर पर सेकड़ो मायड़ भाषा प्रेमी उपास्थित थे। शुक्रवार दोपहर तीन बजे संघर्ष समिति द्वारा कांग्रेस के राष्ट्री उपाध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा राजस्थानी भाषा को मान्यता दिलाने में दिलचस्पी नहीं दिखा रहे जिसके कारन समिति कि रिपोर्ट संसद में पेश नहीं हो पा रही। इससे आक्रोशित मायड़ भाषा प्रेमियो ने राहुल गांधी का पुतला फूंक डाला। इस अवसर पर समिति के वरिष्ठ महासचिव सांग सिंह लुणु ने कहा कि राजस्थान कि संस्कृति राजस्थानी भाषा के कारन ज़िंदा हें। राजस्थानी कि अनदेखी अब असहनीय हें। केंद्र सरकार वोटो कि राजनीती के च;लते महज वोटो में लाभ कि घोषणाए कर रही हें राजस्थानी भाषा को मान्यता का मुद्दा दस साल से केंद्र के पास पड़ा हें ,जिस पर कोई अमल नहीं कर रहा। प्रदेश उप पाटवी चन्दन सिंह भाटी ने कहा कि राजस्थानी भाषा कि मान्यता के लिए राजस्थान के सभी संसद लामबंध होने के बावजूद संसद में प्रस्ताव पेश नहीं करना दुर्भागयपूर्ण हें ,इसका खामियाजा लोक सभा चुनावों में कांग्रेस को भुगतना पडेगा। राजस्थानी चिंतन परिषद् के जिला अध्यक्ष रमेश गौड़ ने कहा कि अब वक़्त आ गया हें कि मायड़ भाषा प्रेमी केंद्र सरकार को अपनी वोटो कि ताकत का अहसास कराये ,राजनेता वोटो कि भाषा ही समझते हें। इस अवसर पर संगठन महामंत्री भंवर लाल जेलिया ,मोटियार परिषद् के प्रदेश मंत्री रमेश सिंह इंदा ,जिला पाटवी हिन्दू सिंह तामलोर ,जीवाराम मेघवाल ,नरेंद्र सिंह ,प्रकाश जोशी ,कैलाश दरजी ,बठिया सरपंच अमिन खान ,हितेन सिंधी ,मनमोहन मेघवाल ,मोतीलाल ,सहित समिति के धरने को एन  आर एच एम् कर्मियो ने अपना समर्थन   देकर प्रदर्शन में शामिल हुए। राहुल गांधी मुर्दाबाद ,राजस्थानी को मान्यता दो जैसे नारे लगा मायड़ भाषा प्रेमियो ने अपना आक्रोश जताया।
chandan singh bhati
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