राज्य में हवाई सेवाओं का विस्तार होगा-मुख्यमंत्री

बीकानेर हवाई अड्डे के नये सिविल हवाई टर्मिनल भवन का उद्घाटन
34बीकानेर। मुख्यमंत्री श्रीमती वसुंधरा राजे के सुझाव पर केन्द्रीय नागर विमानन मंत्रालय और राज्य सरकार के अधिकारियों की एक संयुक्त कमेटी बनाई जायेगी, जिसकी रिपोर्ट के आधार पर राजस्थान में हवाई सेवाओं का विस्तार किया जायेगा। केन्द्रीय नागर विमानन मंत्री श्री अशोक गजपति राजू ने इस कमेटी पर अपनी सहमति जता दी है।
मुख्यमंत्री ने रविवार को बीकानेर हवाई अड्डे के नये सिविल हवाई टर्मिनल भवन के उद्घाटन समारोह में कहा कि अब प्रदेश में हवाई सेवाओं का विस्तार होगा। उन्होंने कहा कि भौगोलिक दृष्टि से राजस्थान देेश का सबसे बड़ा और व्यापार की दृष्टि से भी महत्वपूर्ण प्रदेश है। इसलिये यहां हवाई सेवाओं के विस्तार की खासी जरूरत है। उन्होंने बीकानेर में शीघ्र ही हवाई सेवाएं शुरू होने की भी उम्मीद जताई।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के अंदर और पड़ौसी राज्यों के साथ सम्पर्क के लिए 30 से 70 सीटर विमानों की आवश्यकता है। दिल्ली से नजदीकी होने के कारण राजस्थान में अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के साथ-साथ एकीकृत टाउनशिप के विकास की संभावनाएं है। राजस्थान एयर लाइन्स क्षेत्र के रख-रखाव, मरम्मत और ओवरहॉलिंग के उद्योग लगाने के लिए एक अच्छा हब बन सकता है। राजस्थान की विभिन्न जिलों की 25 हवाई पट्टियां छोेटे टर्बो-प्रोप यात्री विमानों व पायलेट प्रशिक्षण स्कूलों के लिए भी उपयुक्त हैं।
श्रीमती राजे ने कहा राज्य सरकार ने दो विमानों (किंग एयर) को हवाई टैक्सी के रूप में संचालित करने का अभिनव प्रयोग आरंभ किया हैं, जो उद्यमियांे के बीच लोकप्रिय होता जा रहा है। यहां हवाई टैक्सी सेवा संचालन में निजी भागीदारी की काफी सम्भावनाएं हैं। हम राज्य के भीतर नॉन शेड्यूल्ड सेवाएं संचालित करने पर विचार कर रहे हैं और इसमें निजी भागीदारी के लिए भी तैयार है। सरकार पवन हंस के साथ राज्य के धार्मिक पर्यटन केन्द्रों के लिए हेलिकॉप्टर सेवाओं की सम्भावनाएं भी तलाश रही है।
मुख्यमंत्री ने जोधपुर और उदयपुर जैसे महत्वपूर्ण शहरों की राजधानी जयपुर से एयर कनेक्टिविटी नहीं होने का जिक्र करते हुए कहा कि पिछले कुछ वर्षाें में जयपुर, जोधपुर और उदयपुर को दिल्ली, मुम्बई और कोलकाता से जोड़ने वाली उड़ानों के साथ ही जयपुर से दिल्ली होकर बैंकाक, सिंगापुर एवं क्वालालम्पुर की उड़ानों को बिना वजह बंद कर दिया गया है। जैसलमेर के लिए भी कुछ दिन फ्लाइट्स चली व बाद में रुक गई, जो प्रदेश के विकास में बाधक है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में पर्यटन और व्यापारिक गतिविधियों के विस्तार के लिए पर्याप्त एयर कनेक्टिविटी की जरूरत है।
श्रीमती राजे ने कहा कि जयपुर एयरपोर्ट से देश के प्रमुख शहरों की कनेक्टिविटी में भी सुधार की आवश्यकता है। आज जयपुर से मध्य पूर्व – शारजाह, अबूधाबी और मस्कट की मात्र तीन उड़ानें हैं जो विदेशी हवाई कम्पनियों द्वारा संचालित हैं। यह कितने आश्चर्य की बात है कि इनमें से एक भी उड़ान किसी भारतीय कम्पनी की नहीं है।
235कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए केन्द्रीय नागर विमानन मंत्री श्री पी. अशोक गजपति राजू नेे कहा कि नागरिक उड्डयन मंत्रालय देश के सभी हवाई अड्डों पर यात्रियों को सुरक्षित और आरामदायक हवाई सेवाएं देने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि देश में गत दस वर्षाें में हवाई सफर करने वाले यात्रियों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। वर्ष 2012-13 के मुकाबले 2013-14 में यात्रियों की संख्या में 6 प्रतिशत वृद्धि हुई, 2020 तक हवाई सफर करने वाले यात्रियों की संख्या 400 मिलियन प्रतिवर्ष तक पहुंचने की संभावना है।
समारोह को केन्द्रीय नागर विमानन राज्यमंत्री श्री जीएम सिद्धेश्वरा, केन्द्रीय रसायन एवं उर्वरक राज्यमंत्री श्री निहालचंद मेघवाल, बीकानेर के सांसद श्री अर्जुन मेघवाल, खाजूवाला विधायक श्री विश्वनाथ मेघवाल, भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण के चेयरमैन श्री आलोक सिन्हा ने भी सम्बोधित किया। इस अवसर पर राज्य मंत्रिमंडल के सदस्य, सांसद, विधायक, अतिरिक्त मुख्य सचिव, सिविल एविएशन श्री सुनील अरोड़ा के अलाव, एयरपोर्ट अथोरिटी ऑफ इंडिया के अधिकारी, जनप्रतिनिधि और गणमान्य नागरिक मौजूद रहे।
-मोहन थानवी

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