आरक्षण की छुट्टी पर रहा राजस्थान प्रशासन

जयपुर । राजस्थान में आज सरकारी कामकाज नहीं हुए। सरकारी कार्यालय खुले तो सही, लेकिन अधिकांश अधिकारी और कर्मचारी नजर नहीं आए। पदोन्नति में आरक्षण जारी रखने के विरोध में गेर एससी-एसटी वर्ग के अफसर और कर्मचारी आज सामूहिक अवकाश पर रहे। इससे पहले मंगलवार को सचिवालय समेत प्रदेशभर में गैर-एससी-एसटी वर्ग के अधिकारी -कर्मचारियों ने काली पट्टी बांधकर विरोध प्रदर्शन किया। समता आंदोलन समिति और मिशन 72 के आह्वान पर आज राजस्थान बंद रहा। इसे व्यापारिक और औद्योगिक संगठनों ने भारी समर्थन दिया है। प्रदेश की 237 मंडिया बंद रही।

यह है मामला गैर एससी-एसटी वर्ग पदोन्नति में आरक्षण का विरोध कर रहा है। इनका तर्क है कि सरकारी नौकरी में आने के बाद कोई भी पिछड़ा नहीं रह जाता है। आरक्षण के कारण सामान्य वर्ग के लोग अपने कनिष्ठतम सहयोगियो से काफी पीछे रह गए हैं। सुप्रीम कोर्ट भी एम. नागराज के मामले में 19 अक्टूबर, 2006 को कह चुका है कि सरकारें पदोन्नति में आरक्षण दे तो सकती है, लेकिन यह देखना होगा कि नौकरियों में उनका पर्याप्त प्रतिनिधित्व है या नहीं। वे सामाजिक और आर्थिक रूप से पिछड़े हैं या नहीं और आरक्षण से कही कार्यकुशलता तो प्रभावित नहीं हो रही।

अनारक्षित वर्ग का कहना है कि सरकारों ने इसका पालन नहीं किया। इसलिए पदोन्नति में आरक्षण समाप्त हो चुका है। सुप्रीम कोर्ट भी इसकी पुष्टि कर चुका है। प्रदेश की सभी मंडियों में कारोबार बंद रहा। राजस्थान खाद्य पदार्थ व्यापार संघ ने बंद का समर्थन किया है।

error: Content is protected !!