न्यायपालिका व कार्यपालिका भी हुई हाईजेक-मेघवाल

एनयूजे की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक शुभारंभ
बदलाव के दौर में पत्रकारों की भूमिका महत्वपूर्ण
देश में मीडिया कौंसिल का गठन व जर्नलिस्ट प्रोटेक्शन एक्ट लागू हो: एनयूजेआई
jarchitor 1-11-14 (4)jarchitor 1-11-14 (6)jarchitor 1-11-14 (3)jarchitor 1-11-14 (1)भीलवाड़ा। नेशनल यूनियन ऑफ जनर्लिस्ट इंडिया (एनयूजेआई) की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक का आयोजन चित्तौडगढ के सैनिक स्कूल सभागार में किया गया। बैठक का शुभारंभ राजस्थान विधानसभा के अध्यक्ष श्री कैलाश मेघवाल व मुख्यमंत्री, राजस्थान सरकार के प्रेस सलाहकार महेंद्र भारद्वाज ने दीप प्रज्जवलित कर किया। इस मौके पर एनयूजेआई राष्ट्रीय अध्यक्ष उप्पाला लक्ष्मण, महासचिव प्रसन्ना मोहंती, पूर्व अध्यक्ष राजेंद्र प्रभु, हिंदूस्तान समाचार राष्टीय प्रवर समिति के अध्यक्ष व पूर्व अध्यक्ष नंदकिशोर त्रिखा, प्रेस कौंसिल के सदस्य प्रज्ञानंदन चैधरी, उपाध्यक्ष ललित शर्मा व संजय राठी, जार के प्रदेशाध्यक्ष ताराशंकर जोशी भी मौजूद थे। बैठक का समापन दो नवंबर को सैनिक स्कूल सभागार में होगा। बैठक में देश भर से करीब 150 पत्रकार साथी मौजूद थे।
बैठक के शुभारंभ समारोह में मुख्य अतिथि विधानसभा अध्यक्ष कैलाश मेघवाल ने कहा कि देश व प्रदेश में जो बदलाव का माहौल है उसमें पत्रकारों की भूमिका और ज्यादा महत्वपूर्ण हो जाती है। आज देश को पुन: गौरवशाली स्थान दिलाने के लिए केंद्र व राज्य स्तर पर जो प्रयास चल रहे है उसको आगे बढाने के लिए पत्रकारों को अपनी कलम सकारात्मकता के साथ आगे बढ़ानी होगी। उन्होंने जोर देकर कहा कि आजादी के बाद से अब तक भ्रष्टाचार ने देश को खोखला कर दिया है, इस देश को पुन: शक्तिशाली बनाने के लिए पत्रकारों को एक बार समाज व लोकतंत्र के हित में सकारात्मकता के साथ काम कर देशवासियों को जागृत करना होगा।
मेघवाल ने कहा कि देश की कुछ ताकतों ने न्यायपालिका व कार्यपालिका को हाईजेक कर लिया है। इस कारण ही आज भी देश के गरीब व असहाय को न्याय नहीं मिल रहा है, उच्चतम न्यायालय उसकी पहुंच से बाहर है। आम आदमी को न्याय मिले, माफिया व धनबल तथा भुजबल की राजनीति से मुक्ति मिले, इसके लिए भी काम करने की महत्ती आवश्यकता है। मेघवाल ने देश में न्यायपालिका, कार्यपालिका व विधायिका को मिल रही सुविधाओं का जिक्र करते हुए कहा कि आज देश में चर्तुथ स्तंभ कहलाने वाले मीडिया को भी इस प्रकार की सुरक्षा व सुविधाएं मिलनी चाहिए। उनको सरकारी स्तर पर सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध होने चाहिए। मेघवाल ने पत्रकारों की कार्यशैली को अन्य सभी से अलग बताते हुए कहा कि आज देश में जो बदलाव आया है, उसको आगे बढ़ाने के लिए पत्रकारों को सशक्त, सुरक्षित बनाने तथा उनके कौशल विकास की जिम्मेदारी भी सरकार के स्तर पर होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि देश की आजादी में पत्रकारों का बहुमुल्य योगदान रहा है, आज देश भ्रष्टाचार के दानव से जुझ रहा है उन्होनें पत्रकार जगत से दिल्ली के लाल किले की प्राचीर से से उठी ना खाउंगा व ना खाने दूंगा के ध्यये वाक्य के अनुरूप नये हिंदूस्तान के निर्माण का आव्हान किया।
मेघवाल ने जातिवाद व प्रांतवाद के विरूद्व आवाज उठाते हुए कहा कि इससे समाज में वैमनस्यता का भाव बढ़ता है। हमारे नैसर्गिंक स्त्रोतों को हथियाने की होड़ मची हुई है। ऐसे में पत्रकार ही समाज में बेहतर भूमिका का निर्वहन कर समरसता का वातावरण तैयार सकते है। मेघवाल ने मेवाड के चित्तौड के तीन जौहर, पन्नाध्याय के बलिदान प महाराणा प्रताप की कुर्बानी की याद दिलाते हुए देश भर से आये पत्रकारों से यहां की मिट्टी से प्रेरणा लेने का आव्हान किया।
मुख्यमंत्री, राजस्थान सरकार के प्रेस सलाहकार महेंद्र भारद्वाज ने स्वयं को 1988 से जार संगठन का सदस्य बताते हुए कहा कि प्रदेश में पत्रकारों के हितों के लिए जार की ओर से ही समय समय पर कार्रवाई की गई है। राज्य सरकार ने मीडिया के सरंक्षण व उनके हितों के लिए समय समय पर योजनाओं की क्रियान्विति की है। प्रदेश में सरकार मीडिया फें्रडली है, इसके मद्देनजर राज्य सरकार आगे भी पत्रकारों के हितों के लिए योजनाएं लायेगी। उन्होंने कहा कि राजस्थान की पत्रकारिता आदर्श व मर्यादित रही है। एक और पत्रकार जनहित के मामलों को प्रकाश में ला रहे है वहीं यहां अफवाहों व सनसनी फैलाने वाले समाचारों से पत्रकार दूर भी रहते है।
एनयूजेआई राष्ट्रीय अध्यक्ष उप्पाला लक्ष्मण ने बैठक के शुभारंभ मौके पर देश भर में पत्रकारों की सुरक्षा को लेकर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि पत्रकारों पर हो रहे हमलों की रोकथाम के लिए जर्नलिस्ट प्रोटेक्शन एक्ट बनना चाहिए। एनयूजेआई ने इस संबंध में अपनी भावनाओं से केंद्र सरकार को अवगत करा दिया है। उन्होंने कहा कि केंद्र को लोकसभा में इस संबंध में अधिनियम अविलंब पारित करना चाहिए। वर्तमान परिपेक्ष्य में इलेक्टोनिक मीडिया के नियंत्रण के लिए कोई नियामक संस्था नही है जबकि प्रिंट मीडिया के लिए प्रेस कौसिल ऑफ इंडिया है, एनयूजेआई ने नये परिवेश में केंद्र सरकार से दोनो प्रकार के मीडिया के लिए कौंसिल आफॅ इंडिया का गठन करने का अनुरोध किया है।
एनयूजेआई के महासचिव प्रसन्ना मोहंती ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने पत्रकारों के लिए गठित मजिठिया वेज बोर्ड की सिफारिशों को लागू करने के लिए समाचार संस्थाओं के मालिकों को 1 अप्रेल 14 से उसे लागू करने का निर्देश दिया था पर उसकी अनुपालना अभी तक नहीं हो पायी है। इस मामले को प्रांरभ से लेकर आज तक एनयूजेआई ने पूर्व अध्यक्ष राजेंद्र प्रभु की अगुवाई में उठाया है। एनयूजेआई ने इस अनुपालना के लिए केंद्र व राज्य सरकारों से भी कहा है पर इसको लागू नहीं करने पर अभी इंडियन एक्सप्रेस यूनियन की ओर से सुप्रीम कोर्ट में अवमानना याचिका पेश की गई है, एनयूजेआई भी अन्य मालिकों के लिए अवमानना याचिका सुप्रीम कोर्ट में दायर करेगी। उन्होंने राज्य इकाईयों से भीइस मामले में अपने स्तर पर कार्रवाई करने के निर्देश दिये।
एनयूजेआई के पूर्व अध्यक्ष राजेंद्र प्रभु ने वेज बोर्ड के संघर्ष की जानकारी देते हुए कहा कि वेज बोर्ड लागू नहीं करने वाले मीडिया संस्थानों के मालिकों के खिलाफ शीघ्र ही सुप्रीम कोर्ट में अवमानना कार्रवाई की जायेगी।
एनयूजेआई के उपाध्यक्ष ललित शर्मा ने राजस्थान में जार की गतिविधियों की जानकारी देते हुए बताया कि यहां प्रदेश सरकार की ओर से पत्रकारों के लिए मेडिक्लेम पॉलीसी, चिकित्सा पुर्नभरण सुविधा, वरिष्ठ पत्रकारों के लिए पेंशन सुविधा तथा अधिस्वीकृत पत्रकारों को लेपटाप दिये है, जार के प्रयासों से प्रदेश के पत्रकारों के लिए यह योजनाएं संचालित करायी गयी। शर्मा ने पत्रकारों से हमेशा अपडेट रहने, कौशल विकास के लिए सदैव प्रयत्नशील रहने का आव्हान किया।
जार के प्रदेशाध्यक्ष ताराशंकर जोशी ने प्रारंभ में सभी का स्वागत करते हुए कहा कि जार की मेजबानी में चित्तौडगढ की ऐतिहासिक नगरी में एनयूजेआई की बैठक का आयोजन निश्चित रूप से देश में पत्रकारिता के क्षेत्र में नये आयाम स्थापित करेगी। जार के प्रदेश महासचिव नीरज गुप्ता ने अंत में सभी का आभार ज्ञापित किया।
चित्तौडगढ जार इकाई की ओर से प्रारंभ में जिला संयोजक गोविंद त्रिपाठी, बैठक आयोजन संयोजक ललित मेहरा, नरेश ठक्कर, आकाश शर्मा, भगवान पोरवाल, घनश्याम बागी, अतुल अरोड़ा, रिछपाल पारीक, अजय नागर, नटवर त्रिपाठी, मूलचंद पेसवानी, हरिवल्लभ मेघवाल ने अतिथियों का मेवाड़ी पगड़ी पहना व शाल ओढा कर स्वागत किया। समारोह का संचालन हिंदी की व्याख्याता डा सुशिला लोढ़ा ने किया। इस आयोजन में संयोजक गोविंद त्रिपाठी व ललित मेहरा की अगुवाई में देश भर से आये पत्रकारों के लिए चित्तौडग़ढ में आवास, प्रवास व आयोजन की मुकम्मिल व्यवस्थाएं की गई।
-मूलचंद पेसवानी, भीलवाड़ा

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