नीति से ही बरकत -साध्वी संघप्रभा

terapanthacharyaबायतु। उपखण्ड मुख्यालय पर तेरा पंथ भवन में चल रहे प्रवचन श्रृंखला के कार्यक्रम में आचार्य श्री महाश्रवण जी की सुशिष्या साध्वी संघप्रभा जी आदि ठाना चार के साथ बायतु नगरी में विराजित हैं। इन दिनों बायतु क़स्बा धर्म नगरी बना हुआ हैं। साध्वी श्री जी के सान्निध्य में धर्म सभा में अनेक श्रद्धालु लोग धर्म का लाभ लेने उमड़ रहे हैं। इस दौरान प्रातः 8 :45 बजे प्रवचन प्रारम्भ होता हैं, सर्व प्रथम प्रवचन का प्रारम्भ साधवी प्रांशु प्रभा जी भगवन महावीर की वाणी को अपने भावो के साथ अभिव्यक्त करते हुए दसवे आलियम सूत्र वाचन करते हुए प्रेक्षा ध्यान का प्रयोग करवाते हैं। साध्वी अखिलयशा जी अपने प्रवचन में तत्व ज्ञान का विस्तृत विवेचन करते हुए ऊपर का आचार्य श्री तुलसी द्वारा रचित नीति के प्याले के आख्यान देते हुए कहती है दुनिया नीति पर टिकी हुई हैं अनीति के बल पर कोई व्यक्ति किसी भी दिशा में अपना विकास नहीं कर सकता। देश,समाज एवं राष्ट्र की सुरक्षा के लिए भी नीति का होना अति आवश्यक हैं। साध्वी संघप्रभा जी अनेक श्रद्धालु लोगो को सम्बोधित करते हुए अग्रिम चातुर्मास में तपस्या के लिए लोगो को प्रेरित करते हुए बताती हैं कर्मो की निर्जरा होती हैं एवं शरीर में भी नया बल मिलता हैं। आत्मा उज्जवल एवं पवित्र बनती हैं। इसलिए आने वाले चातुर्मास में तपस्या की लहरे प्रवाहित होती रहे। प्रवचन के उपरांत साध्वी मृदु प्रभा जी ज्ञानशाला का अच्छा उपक्रम चला रहे जिसमे कई बच्चे बढ़चढ़कर भाग ले रहे हैं। आगे संस्कार निर्माण शिविर लगाने की योजना हैं। रात्रिकालीन कार्यक्रम में साध्वी कर्त्तव्ययशा जी द्वारा ऐतिहासिक प्रेरक घटनाएँ श्रोताओ के जीवन को नई दिशाए दे रही हैं। पूर्णतया बायतु तेरापंथ भवन में धर्मसंघ की अच्छी प्रभावना बानी हुई हैं। यह जानकारी मनोज चोपड़ा ने दी।

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