गुर्जर आंदोलन: दो अक्टूबर को दिल्ली में महापंचायत

राजस्थान में गुर्जर आरक्षण आंदोलन की आग एक बार फिर सुलगने लगी है। हालांकि इस बार आंदोलनकारी दो खेमों में बंटे है,दोनों ही खेमों ने पिछले दो दिन से आंदोलन का बिगुल बजा रखा है।

आरक्षण आंदोलन को लेकर लम्बे समय से अगुवाई कर रहे कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला करौली जिले के पांचना बांध पर महापड़ाव डाला हुआ है,सरकार से मिले वार्ता प्रस्ताव पर बैंसला द्वारा आज वार्ता के लिए प्रतिनिधि मण्डल जयपुर आया और लम्बे समय तक सरकारी प्रतिनिधि ऊर्जा मंत्री डॉ.जितेन्द्र सिंह से चर्चा हुई। जितेन्द्र सिंह ने गुर्जर नेताओं को विश्वास दिलाया कि आगामी दस दिन में राज्य पिछड़ा वर्ग की रिपोर्ट सरकार को मिल जाएगी और उस रिपोर्ट को लागू कर दिया जाएगा।

गुर्जर नेताओं ने पांच फीसदी विशेष आरक्षण, देवनारायण बोर्ड के गठन और पिछले आंदोलनों में आंदोलनकारियों पर लगे मुकदमों की वापसी की मांग दोहराई। वहीं दूसरे खेमे की ओर से दौसा जिले के कलाई गांव में महापंचायत आयोजित की गई, जिसमें कांग्रेस, भाजपा सहित विभिन्न राजनीतिक दलों से जुड़े गुर्जर नेता शामिल हुए।

इस महापंचायत में पूर्व विधायक अतर सिंह भडाना और हरिसिंह महुआ सहित कई नेताओं ने संबोधित किया। इस महापंचायत में तय किया गया कि सरकार अगर शीघ्र पांच फीसदी आरक्षण नहीं देती है तो दो अक्टूबर को दिल्ली में राष्ट्रीय महापंचायत आयोजित की जाएगी और अगर फिर भी आरक्षण नहीं दिया तो देश के प्रमुख चार मेगा हाईवे जाम किए जाएंगे।

गौरतलब है कि हिंसक गुर्जर आरक्षण आंदोलन में अब तक 72 लोगों की मौत हो चुकी है। पिछली वसुंधरा राजे सरकार के दौरान हिंसक आंदोलन करीब एक माह तक चला था।

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