निर्धारित समयावधि में लक्ष्य अर्जित करें – अतिरिक्त जिला कलक्टर

bhilwara samacharभीलवाडा, 27 जनवरी। अतिरिक्त जिला कलक्टर गिरीराज कुमार वर्मा ने कहा कि वित्तीय वर्ष समाप्ति की ओर है। मार्च तक जो भी लक्ष्य आवंटित किये गये हैं उन्हें पूरा किया जाये।
वर्मा बुधवार को जिला कलक्टर कार्यालय में जिला ग्रामीण स्वास्थ्य समिति की बैठक के तहत एन.आर.एच.एम. एवं आर.सी.एच. गतिविधियों की समीक्षा बैठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि लक्ष्य अर्जित करने में जिला पीछे चल रहा है। मार्च तक शत -प्रतिशत लक्ष्य अर्जित करने का प्रयास किया जाये ताकि विभागीय गतिविधियों की प्रगति में सुधार हो सके। उन्होंने मार्च से पहले बजट का उपयोग कर जो भी उपयोगी एवं जरुरतमंद मशीन या उपकरण खरीद कर राशि का सदुपयोग किया जाये। उन्होंने सी.एच.सी. एवं पी.एस.सी. अधिकारियों को फरवरी तक परिवार कल्याण के लक्ष्य को पूरा करने के भी निर्देश दिये। उन्होंने 10 फरवरी को चलाये जाने वाले नेशनल डिवर्मिग डे पर आंगनबाडी केन्द्रों एवं समस्त राजकीय व निजी शिक्षण संस्थाओं में कृमी नियंत्राण हेतु शत-प्रतिशत बच्चों को इसमें शामिल कर खुराक देना सुनिश्चित करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि योजना के सफल क्रियान्वयन हेतु विद्यालय में प्रार्थना सभा पर इसके बारे में विस्तार से जानकारी उपलब्ध करवायें व स्कूली बच्चों के माध्यम से रैली का आयोजन कर लोगों को जागरुक करें तथा कॉलेज में दाखिला लेनेवाले 19 वर्ष से कम आयु के छात्रों के लिये भी दवा खिलाने की व्यवस्था करें जिससे अधिकाधिक बच्चों को इसका लाभ मिल सके। उन्होंने कहा कि आरोग्य राजस्थान अभियान के अंतर्गत चलाये जा रहे केम्पों के दौरान सरकारी अस्पतालों में भर्ती होनेवाले व्यक्ति को भामाशाह कार्ड या राशन कार्ड जरुर साथ लाने के लिये कहें जिससे कि मरीजों को भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना का लाभ दिया जा सके।
बैठक में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. जगदीश जीनगर ने जिला ग्रामीण स्वास्थ्य समिति की गतिविधियों की विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि परिवार कल्याण के 59 प्रतिशत तथा पूर्ण टीकाकरण में 88 प्रतिशत लक्ष्य अर्जित किये गये। आरोग्य राजस्थान कार्यक्रम के तहत कुल 164 शिविर आयोजित किये गये जिनमें कुल 31 हजार पंजीकरण किये गये एवं 2617 व्यक्तियों को उच्च चिकित्सा संस्थानों हेतु रेफर किया गया।
संशोधित राष्ट्रीय क्षय नियंत्राण कार्यक्रमः
राष्ट्रीय क्षय नियंत्राण कार्यक्रम के तहत उप मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रकाश शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि जनवरी से नवंबर 2015 तक जिले में 32 सिलिकोसिस केम्प का आयोजन किया जा चुका है। सभी केम्प में 311 व्यक्तियों की जांच की गई जिनमें से 11 संभावित सिलिकोसिस रोगियों की पहचान की गई व नियमित केम्प लगाये जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि न्यूमोकोनोसिस बोर्ड भीलवाडा द्वारा अभी तक102 सिलिकोसिस रोगियों के प्रमाण पत्रा जारी किये जा चुके हैं। वर्ष 2016 में प्रथम क्वार्टर में जनवरी, फरवरी व मार्च में जिले में प्रत्येक शुक्रवार को मोबाईल मेडिकल युनिट द्वारा नियमित सिलिकोसिस केम्प लगाये जायेंगे।
नेशनल डिवर्मिग डे 10 फरवरी को व मोपअप राउण्ड 15 फरवरी को:
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. जगदीश जीनगर ने बैठक में जानकारी देते हुए बताया कि 10 फरवरी को नेशनल डिवर्मिग दिवस मनाया जायेगा जिसके तहत 1 से 19 वर्ष तक के सभी बच्चों को सरकारी, निजी विद्यालयों तथा आंगनबाडी केन्द्रों पर एलबेन्डाजोल की कृमि मुक्ति दवा खिलाई जायेगी जिससे कि बच्चों के पेट में कृमि (विप वर्म,राउण्ड वर्म, हुक वर्म) नहीं हो एवं बच्चों का शारीरिक एवं मानसिक विकास पूर्ण हो सके। कार्यक्रम के तहत जिले के लगभग 7 लाख 65 हजार 764 बच्चों को लक्षित किया गया है। कार्यक्रम का संचालन जिले के सभी सरकारी विद्यालयों, निजी विद्यालय, मदरसा बोर्ड, जनजाति विकास केन्द्र, केन्द्रीय विद्यालय, आंगनबाडी केन्द्रों, नवोदय विद्यालय के.जी.बी.वी. को सम्मिलित किया गया है। 10 फरवरी को किन्ही कारणों से छूटे हुए बच्चों को 15 फरवरी को मोपअप दिवस पर एलबेन्डाजोनल गोली/सिरप खिलाई जायेगी।
स्वाईन फ्लूः
बैठक में स्वाईन फ्लू पर विस्तार से जानकारी देते हुए अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मुश्ताक खान ने जानकारी देते हुए बताया है कि स्वाईन फ्लू एवं अन्य मौसमी बीमारियों की रोकथाम हेतु जिला टास्कफोर्स एवं ब्लाक टास्कफोर्स का गठन भी किया गया है। जिसकी हर सोमवार को बैठक आयोजित की जाती है। जिला स्तर पर स्वाईन फ्लू के लिये जिला चिकित्सालय कन्ट्रोल रुम स्थापित किया गया है जिसके नंबर 01482-220139 व 232641 तथा एक्सटेंशन नं. – 102 है। सेम्पल कलेक्शन करने की सुविधा 24 घण्टे उपलब्ध रहेगी। आईसोलेशन वार्ड 6 में 6 बेड जिला चिकित्सालय के काटेज नं. 4,5 व 6 में संचालित हैं। आवश्यक जीवनरक्षक उपकरण भी उपलब्ध है तथा सभी सीएससी एवं पीएससी पर सभी दवाईयां पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। उन्होंने भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना के बारे में भी विस्तार से जानकारी उपलब्ध करवाई।
बैठक में जिला आरसीएच अधिकारी डॉ. सी.पी. गोस्वामी, डॉ. प्रकाश शर्मा, डीपीएम योगेश वैष्णव, जिला पीसीपीएनडीटी समन्वयक, जिला नोडल अधिकारी, सिजला आशा समन्वयक, जिला आईइसी समन्वयक, जिला डाटा मैनेजर, समस्त चिकित्सा अधिकारियों सहित मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य कार्यालय के अनुभाग अधिकारी उपस्थित थे।-
महिला कृषकों का 5 दिवसीय भ्रमण
भीलवाडा, 27 जनवरी। कृषि विभाग द्वारा आर.के.वी.वाई. योजनान्तर्गत 5 दिवसीय अंतर्राज्यीय महिला कृषक भ्रमण दल 27 जनवरी को प्रस्थान किया गया।
जिला परिषद के उप निदेशक कृषि (विस्तार) से प्राप्त जानकारी के अनुसार 45 महिला कृषकों ने महिला कृषक भ्रमण में भाग लिया। भम्रण दल को भीलवाडा से चितोडगढ, प्रतापगढ, बांसवाडा व उदयपुर में कृषि संबंधित नवीनतम जानकारी एवं जेैविक कार्य का अवलोकन करवाया जायेगा। —————
अनुज्ञा पत्रा निरस्त
भीलवाडा, 27 जनवरी। फर्म मैसर्स मातेश्वरी मेडीकल स्टोर, नई पडासौली, तहसील आसीन्द को जारी औषधी अनुज्ञा पत्रा अनियमितता के कारण निरस्त कर दिया गया।
अनुज्ञापन प्राधिकारी एवं सहायक औषधि नियंत्राक मुख्यालय भीलवाडा से प्राप्त जानकारी के अनुसार मातेश्वरी मेडिकल स्टोर को 8 फरवरी से 21 फरवरी तक के लिये निरस्त किया गया है। ———-
मुख्यमंत्राी सहायता कोष से 8 लाख 20 हजार रु. की आर्थिक सहायता स्वीकृत
भीलवाडा 27 जनवरी। जिले में विभिन्न सडक दुर्घटनाओं में मृतकों के आश्रितों एवं घायलों को मुख्यमंत्राी सहायता कोष से 8 लाख 20 हजार रु. की आर्थिक सहायता स्वीकृत की गई है।
जिला कलक्टर डॉ. टीना कुमार ने संबंधित उपखण्ड अधिकारी की अनुशंषा पर आसीन्द निवासी सुरेश चन्द्र बलाई की सडक दुर्घटना मृत्य होने पर उसकी आश्रित पत्नी डालीबाई को, सांवरलाल जाट की मृत्यु पर उसकी आश्रित पत्नि गीता देवी को, गोपाल सुथार की मृत्यु पर उसकी आश्रित पत्नि विमला देवी को, बिजौलियां निवासी शिवलाल तेली की मृत्यु पर उसकी पत्नी ममता देवी को, ओमप्रकाश लुहार की मृत्यु पर उसकी आश्रित पत्नि मनीषा को, गंगापुर निवासी पूरण की मृत्यु पर उसकी आश्रित पत्नि नारायणी देवी को, जहाजपुर निवासी महावीर खटीक की मृत्यु उसकी आश्रित पत्नि नन्दू देवी को, भीलवाडा निवासी मुकेश कुमार वैष्णव की मृत्यु पर उसकी आश्रित पत्नि स्नेहलता को, रामलाल गाडरी की मृत्यु पर उसकी आश्रित पत्नि अणछी को, कल्याण सिंह राठौड की मृत्यु पर उसकी आश्रित पत्नी राजकंवर को तथा यासीन मोहम्मद की मृत्यु पर उसकी आश्रित पत्नि शमीम बेगम को, देबीलाल नायक की मृत्यु पर उसकी आश्रित पत्नि राधा को, शाहपुरा निवासी महेन्द्र कुमार हरिजन की मृत्यु पर उसकी आश्रित पत्नि आरती को, गुलाबपुरा निवासी रामधन गुर्जर की मृत्यु पर उसकी आश्रित पत्नि संपत देवी को, रायपुर निवासी श्याम लाल बैरवा की मृत्यु पर उसकी आश्रित पत्नि संतोकी को तथा माण्डलगढ निवासी बहादुर गुर्जर की मृत्यु पर उसकी आश्रित पत्नि रुपा को 50-50 हजार रु. की आर्थिक सहायता स्वीकृत की गई है।
इसी प्रकार माण्डलगढ निवासी सुरेन्द्र सिंह राजपूत तथा बनवीर सिंह राजपूत की सडक दुर्घटना में गंभीर रुप से घायल होने पर 10-10 हजार रु. की आर्थिक सहायता स्वीकृत की गई है।

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