केंद्रीय रेल मंत्री सुरेश प्रभु को लिखा पत्र
वर्ष 2016-17 में बजट स्वीकृति की मांग
ब्रॉडगेज मार्ग बिछाने के बताये दस ठोस आधार
राजसमन्द। सांसद और प्रदेश महामन्त्री हरिओम सिंह राठौड़ ने नाथद्वारा से भीलवाड़ा (वाया कांकरोली) तक नयी ब्रॉडगेज लाईन बिछाने हेतु बजट स्वीकृत कराने के लिए केंद्रीय रेल मंत्री सुरेश प्रभु को पत्र लिखा हे। सांसद राठौड़ ने वर्ष 2015-16 के वित्तीय वर्ष के लिए रेल बजट में मावली मारवाड़ तक की मीटर गेज लाईन को ब्रॉडगेज में परिवर्तन हेतु सर्वे के प्रावधान पर रेल मंत्री का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि वर्ष 2016-17 के बजट में नाथद्वारा से भीलवाड़ा तक नयी ब्रॉडगेज लाईन को स्वीकृति देनी चाहिए। इस मार्ग के स्वीकृत होने के दस ऐसे ठोस आधार हे जिसके चलते ब्रॉडगेज होने पर जनता को राहत के साथ साथ भारी मात्रा में सरकार को राजस्व आय होगी।
संसदीय क्षेत्र मीडिया संयोजक मधुप्रकाश लड्ढा ने बताया की सांसद राठौड़ ने केंद्रीय रेल मंत्री सुरेश प्रभु को पत्र लिख कर नाथद्वारा से भीलवाड़ा तक नयी ब्रॉडगेज लाईन की मांग रखते हुए औचित्यपूर्ण आधार बताये हें। पत्र में राठौड़ ने लिखा कि राजसमन्द जिला मुख्यालय होने के साथ ही मार्बल खनन एंव उत्पादन व पाउडर की अंतर्राष्ट्रीय स्तर की उदयमान मण्डी हे जँहा देश के हर हिस्से से व्यापारी आते हें और प्रतिदिन सैंकड़ों ट्रक उत्पादन माल सड़क मार्ग से अन्य प्रदेशों में परिवहन होता हे। हिन्दुस्तान जिंक की दरीबा इकाई भी इसी मार्ग के निकट हे जँहा से भारी मात्रा में खनिज परिशोधन के लिए देश के विभिन्न भागों में जाता हे। मार्बल मंडी, मिनरल्स और जिंक उत्पादन क्षेत्र को ब्रॉडगेज लाईन से जोड़ दिया जाता हे तो यह क्षेत्र देश के बड़े शहरों एंव बंदरगाहों से जुड़ सकेगा। जिला मुख्यालय पर भी विश्व स्तरीय जे के टायर फेक्ट्री हे जिसका कच्चा माल एंव निर्मित माल भी सड़क मार्ग की जगह रेल मार्ग से परिवहन होने पर राजस्व प्राप्त होगा।
पत्र में सांसद ने लिखा की राजसमन्द जिला हैरिटेज पर्यटन, प्राकृतिक पर्यटन, धार्मिक पर्यटन जेसे हल्दीघाटी, दिवेर, कुंभलगढ़ दुर्ग, राष्ट्रिय उद्यान कुंभलगढ़ एँव वन्य जीव अभ्यारण रावली टाटगढ़, गौरमघाट, राजसमन्द झील, श्रीनाथ जी, द्वारिकाधीश जी, एकलिंग जी और चारभुजाजी जेसे विश्व प्रसिद्ध स्थान हे जँहा वर्ष भर में लाखों की संख्या में पर्यटन आते हैं और वर्तमान में इस क्षेत्र को केंद्र सरकार की कृष्ण सर्किट योजना से भी जोड़ा जा रहा हे। ऐसे में इस क्षेत्र को ब्रॉडगेज से जोड़ा जाता हे तो रेलवे को लाखों यात्रियों का यात्री भार मिलेगा।
उदयपुर से नाथद्वारा तक ब्रॉडगेज लाईन पूर्व में निर्मित हो चुकी हे यदि उक्त रेलमार्ग निर्मित हो जाता हे तो अजमेर, नसीराबाद, महू और उदयपुर सैन्य छावनी से अंतर्राष्ट्रीय पाक सीमा तक सैन्य परिवहन सुगम हो जाएगा जो समय संसाधन को बचाएगा। वित्तीय रूप से केंद्र सरकार पर आर्थिक भार नही बढे इसके लिए हिन्दुस्तान जिंक, जे के टायर, आर के मार्बल, श्रीनाथ मंदिर मण्डल एंव अन्य बड़े व्यापारिक घरानों से उच्च स्तरीय वार्ता कर सहयोग लिया जा सकता हे।
पत्र में यह भी लिखा कि नाथद्वारा से भीलवाड़ा ब्रॉडगेज लाईन निर्मित होने से भीलवाड़ा वाया कांकरोली होते हुए झीलों की नगरी उदयपुर के साथ साथ अहमदाबाद,सूरत, मुम्बई एंव दक्षिण भारत के अन्य बड़े शहरों से आवागमन सुगम हो जायेगा और माल परिवहन की दृष्टि से वर्तमान में प्रचलित मार्गों में से सबसे छोटा मार्ग होगा।
सांसद राठौड़ ने यह भी लिखा की वर्तमान में नाथद्वारा से कुंवारिया तक मीटरगेज मार्ग उपलब्ध हे जिसको ब्रॉडगेज में परिवर्तित करने और कुंवारिया से भीलवाड़ा का मार्ग जो मात्र 80 किलोमीटर ही हे और ज्यादा खर्चीला भी नहीं हे। उपर्युक्त आधार, भारी राजस्व आय और जनता को मिलने वाली राहत को दृष्टिगत रखते हुए नाथद्वारा से कुंवारिया तक आमान परिवर्तन और कुंवारिया से भीलवाड़ा तक नई ब्रॉडगेज लाईन निर्मित हेतु बजट की स्वीकृति प्रदान करावे जिससे इस क्षेत्र की लम्बे समय से चल रही मांग एंव जन आकांक्षाओं की पूर्ति ही सके।