पानी का अवैध कारोबार करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा

जलदाय मंत्री ने किया प्रताप नगर में औचक निरीक्षण, संबंधित फर्म को सीज करने के दिए निर्देश
IMG_20160218_120715IMG_20160218_122050जयपुर, 18 फरवरी। जलदाय मंत्री श्रीमती किरण माहेश्वरी ने आमजन की शिकायत पर गुरुवार को प्रताप नगर क्षेत्र में पानी का अवैध कारोबार कर रही पानी की फर्म का औचक निरीक्षण किया, जहां शिकायत सही पाए जाने पर फर्म को सीज करने के निर्देश दिए।
श्रीमती माहेश्वरी ने लोगों की शिकायत पर दोपहर 12 बजे प्रताप नगर में वार्ड नंबर 37 में श्रीराम कॉलोनी स्थित तिरुपति एक्वा इंडस्ट्री का निरीक्षण किया। जहां दो कनेक्शन और निजी बोरिंग से 175 से ज्यादा लोगों को अवैध रूप से पानी कनेक्शन देना और टैंकरों से जलापूर्ति करना पाया गया। उन्होंने आपूर्ति किए जाने वाले पानी की गुणवत्ता की जांचने के लिए सैंपल लेने के भी निर्देश दिए। इसी तरह क्षेत्र में रामसिंह राजावत और मुन्नी बाई के द्वारा भी बोरिंग से टैंकर सप्लाई करना पाया गया। श्रीमती माहेश्वरी ने कलक्टर श्री कृष्ण कुणाल को बुलाकर उन्हें फर्म को तुरंत सीज करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि किसी भी कीमत पर पानी का अवैध कारोबार करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।
लोगों को किसी भी तरह की पेयजल आपूर्ति में परेशानी न हो इसके लिए उन्होंने विभाग को उक्त बोरिंग को अधिग्रहित करने के भी आदेश दिए। उन्होंने कहा कि क्षेत्र के लोग विधिवत रूप से कमेटी बनाकर बोरिंग का इस्तेमाल कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि बोरिंगों में पानी के पुनर्भरण का भी ध्यान रखा जाए।
उस क्षेत्र में पेयजल की समस्या को देखते हुए उन्होंने सेक्टर 5 हाउसिंग बोर्ड की पानी की टंकी पर कई सार्वजनिक नल लगाने के आदेश दे दिए। जहां पहले लोगों को पेयजल लेने के लिए काफी दूर जाना पड़ता था वहीं अब महज कुछ मीटर दूरी पर बीसलपुर का पेयजल उपलब्ध हो सकेगा। उन्होंने कहा कि जहां भी पेयजल की कमी है उन क्षेत्रों में लोगों की मांग पर आर ओ प्लांट लगाएंगे, जिससे लोगों को कम कीमत में ही शुद्ध पेयजल उपलब्ध हो सकेगा।
श्रीमती माहेश्वरी ने संबंधित फर्म को कनेक्शन दिलाए जाने वाले अधिकारियों के खिलाफ भी कार्यवाही करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पानी की कालाबाजारी में विभागीय संलिप्ता पाई गई तो किसी भी अधिकारी को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि लोगों को जल उपलब्ध कराने के लिए सरकार पूरी तरह प्रतिबद्ध है। जल व्यवस्थाओं में और कसावट लाने के लिए आगे भी इस तरह के निरीक्षण किए जाते रहेंगे। निरीक्षण के दौरान विभाग के उच्चाधिकारी और डीसीपी पश्चिम श्री राष्ट्रदीप समेत पुलिस जाप्ता साथ रहा।

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