दूषित पानी के मामले में विभाग है सतर्क और सरकार हैं संवेदनशील

– दूषित पानी के मामले में सैंपल लेने में लापरवाही बरतने वाले जेईएन और एईएन को किया एपीओ।
– क्षेत्र में स्थिति ठीक नहीं हो जाने तक आरओ ट्रीटेड पानी के कैंपर घर-धर पहुंचाने के दिए निर्देश।

IMG_20160508_103239IMG_20160508_125703जयपुर, 08 मई। जलदाय मंत्री श्रीमती किरण माहेश्वरी ने कहा कि दूषित पानी के मामले में विभाग पूरी तरह सतर्क और सरकार पूरी तरह संवदेनशील है। किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि ऐसे किसी मामले की पुनरावृति न हो इसके भी इंतजामात किए जा रहे हैं।
श्रीमती माहेश्वरी ने रविवार को दूषित पानी से प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया और घर-घर जाकर लोगों व्यक्तिगत मुलाकात की। इस दौरान श्रीमती माहेश्वरी मृतका के घर भी गईं और परिजनों को ढांढस बंधाते हुए सांत्वना दी। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में पाइप से जलापूर्ति रोककर बीसलपुर के पानी से भरे टैंकरों के जरिए सप्लाई की जा रही है। लोगों से मुलाकात के बाद कुछ लोगों ने टैंकर का पानी पीने में आश्ंाका जताई तो जलदाय मंत्री ने तुरंत प्रभावित क्षेत्र में आवश्यकतानुसार 20-20 लीटर के आरओ ट्रीटेड कैंपर भेजने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि वार्ड पार्षद और विभाग के अधीक्षण अभियंता और स्थानीय विकास समिति का कोई एक सदस्य प्रभावित परिवार के सदस्यों की संख्या के अनुसार नियतिम रूप से कैंपर वितरित करेगा। उन्होंने कहा कि आमजन के लिए स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने के लिए सरकार कृत संकल्पित है।
जलदाय मंत्री ने करीब 2 घंटे स्थानीय निवासियों के साथ बिताए। इस दौरान उन्होंने क्षेत्र में लगाए मेडिकल कैंप का भी मुआयना किया। उन्होंने बताया कि क्षेत्र में स्वास्थ्य विभाग की टीम घर-घर जाकर लोगों से मिल रही है और उन्हें स्वच्छ पेयजल के बारे में भी जागरूक कर रही है। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में कॉलोनियां 15-20 सालों से बसी हुई हैं, ऐसे में पाइप लाइनंे पुरानी हो चुकी हैं। उन्होंने कहा कि ज्यादा गहरी होने के कारण क्षेत्र में जहां भी पाइप लाइनें संधारित होने लायक नहीं है, वहां की पूरी पाइप लाइनें बदली जाएंगी। उन्होंने एक जगह चिन्हित कर ओवर हैड टैंक बनाने के भी अधिकारियों को निर्देश दिए।
जलदाय मंत्री ने सैंपलिंग में लापरवाही बरतने के लिए कनिष्ठ अभियंता श्री लालचंद सैनी और सहायक अभियंता श्री अतुल शर्मा को भी तुरंत एपीओ करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पेयजल बेहद संवदेनशील मामला है इसमें लापरवाही बिल्कुल बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
जलदाय मंत्री दूषित पानी से प्रभावित लोगों का दुख-दर्द जानने जयपुरिया हॉस्पीटल, जेके लॉन हॉस्पीटल और एसएमएस के आइसोलशन वार्ड में भी र्गइं। उन्होंने पीडि़तों की कुशल क्षेम पूछी। उन्होंने डॉक्टर्स को समुचित व्यवस्था बनाए रखने और किसी भी मरीज को पूरी तरह स्वस्थ नहीं हो जाने तक डिस्चार्ज नहीं करने के भी निर्देश दिए। जेके लॉन अस्पताल में 17, जयपुरिया में 37 और एसएमएस के आइसोलशन वार्ड में 5 और तीनों अस्पतालों में कुल 59 पीडि़त भर्ती पाए गए और सभी खतरे से बाहर हैं।
जलदाय मंत्री ने स्वास्थ्य विभाग को भी जलदाय विभाग को अस्पतालों में भर्ती होने वाले मरीजों की डेली रिपोर्ट भेजने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि सीएमएचओ को किसी भी क्षेत्र में एक साथ उल्टी, दस्त के मरीज नजर आए तो तुरंत विभागीय अधिकारियों को अविलंब सूचित करें। नगर निगम के अधिकारियों को ब्लॉक हुई सीवरेज लाइनों को भी साफ करवाने और सार्वजनिक स्थलों पर रखी टंकियों को भी तुरंत साफ करने के निर्देश दिए। साथ ही जेडीए को भी निर्देश दिए हैं कि निर्माण के दौरान कैसी भी पाइप लाइन टूटने-फूटने पर तुरंत अधिकारियों की जानकारी में मामला लाया जाए।
निरीक्षण के दौरान जलदाय विभाग के प्रमुख शासन सचिव श्री जेसी महान्ति, अतिरिक्त मुख्य अभियंता श्री अशोक गर्ग, अधीक्षण अभियंता श्री अनुराग प्रसाद, अधीक्षण अभियंता श्री अजय सिंह राठौड़ सहित कई अधिकारीगण उपस्थित रहे।
दूषित पानी मिलने पर दें तुरंत सूचना
जलदाय मंत्री ने लोगों से विशेष अपील करते हुए कहा कि कहीं भी दूषित पानी की शिकायत हो तो तुरंत कॉल सेंटर पर सूचित करें। हमारे टोल फ्री नंबर 1800-180-6088 और कॉल सेंटर नंबर 0141 2561423 पर फोन करके सूचना दे सकते हैं। हमारे अधिकारी समस्याओं का तुरंत समाधान करने की कोशिश करेंगे।

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