कर्मचारियों के हितों के सरंक्षण के लिए सरकार हमेषा प्रयासरत

जलदाय मंत्री से की भामस पदाधिकारियों ने मुलाकात, सौंपा 15 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन
IMG_20160620_155556जयपुर, 20 जून। जलदाय मंत्री श्रीमती किरण माहेष्वरी से सोमवार को राजस्थान जलदाय कर्मचारी महासंघ (भामस) के पदाधिकारियों ने मुलाकात की और 15 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन सौंपा।
जलदाय मंत्री के निवास पर संघ के पदाधिकारियों ने श्रीमती माहेष्वरी से वार्ता की और समस्याओं पर विस्तार से चर्चा की। संघ के पदाधिकारियों ने वर्कचार्ज से नियमित हुए कर्मचारियों को नियमित कर्मचारी मानते हुए पदोन्नति का लाभ देने, मीटर निरीक्षक की वेतन श्रंखला 1988 के बाद अगले वेतनमानों में भी लागू करने, पंप चालक प्रथम, फीटर प्रथम व विद्युतकार प्रथम तथा फोरमेन द्वितीय के वेतनमानों को अलग-अलग करने एवं फोरमेन द्वितीय का वेतनमान बढ़ाने, बेलदारों को क्रमोन्न्त करने, लिवरेज राषि बढ़ाने, सीधी भरती के रिक्त पदों को भरने एवं नई भर्ती करने, ग्रामीण जल योजनाओं पर तकनीकी पदों का सृजन करने, स्टोर मुंषियों को स्थाई करने, राजस्व पर्यवेक्षकों के पर्याप्त पद सृजित करने जैसी कई मांगें रखीं।
जलदाय मंत्री ने कहा कि जो मांगंे और समस्याएं विभाग स्तर पर सुलझाई जा सकती हैं उन्हें तुरंत निस्तारित किया जाएगा। साथ ही जो मांगंे वित्त विभाग से जुड़ी होंगी उन्हें भी वहां जल्द भिजवाया जाएगा। श्रीमती माहेष्वरी ने कहा कि सरकार हमेषा कर्मचारियों के संरक्षण का प्रयास करती है। इससे पहले भी विभाग ने लगभग दो दषकों से अटकी हुई पदोन्नतियों का रास्ता खोला है। उन्होंने कहा कि बरसों से अटकी पदोन्नतियों के लिए विभाग ने कमेटियां बनाकर जिला स्तर पर मामले सुलझाए हैं। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों के ग्रेड पे बढ़ाने की बात हो या फिर कोई अन्य समस्या सरकार ने हरसंभव मदद की है। कोई भी न्यायालय से जुड़ा मामला होगा उसके लिए भी प्री लिटिगेषन कमेटी बनाई जाएगी।
इस दौरान विभाग के षासन सचिव श्री संदीप वर्मा, उप सचिव श्री दिनेष कुमार षर्मा के अलावा संघ के प्रदेष उपाध्यक्ष श्री रमेष सिंह चैहान, संरक्षक श्री ब्रजराज आचार्य, कार्यकारी अध्यक्ष श्री बाबुलाल यादव, प्रदेष महामंत्री श्री किषोर नाथ सिसोदिया, संगठन मंत्री श्री देवाराम शर्मा, कोषाध्यक्ष रामबाबू नागर, कार्यालय मंत्री कैलाष चन्द सैनी, उपाध्यक्ष श्री नन्दलाल डांगी समेत कई पदाधिकारीगण मौजूद रहें।

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