प्रभारी सचिव ने किया वन महोत्सव का शुभारंभ

baran samachar 21 जुलाई। मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान के अंतर्गत जिला स्तरीय वन महोत्सव का गुरूवार को प्रभारी सचिव रोहित कुमार ने शुभारंभ किया।

सार्वजनिक संस्था धर्मादा धर्मषाला के हॉल में आयोजित समारोह में प्रभारी सचिव रोहित कुमार ने उपस्थित जनों को संबोधित करते हुए कहा कि हर गांवों को जल की उपलब्धता में स्वावलम्वी बनाने के मकसद से शुरू किए गए महत्वाकांक्षी मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान में लगभग शत प्रतिषत उपलब्धि हासिल कर सफलता अर्जित की गई है। अभियान के तहत निर्मित जल में वर्षा जल का एकत्रीकरण शुरू हो गया है जिसका लाभ ग्रामीण जनों को मिलेगा। गांव का पानी गांव में, खेत का पानी खेत में रोकने की इस मुहिम में आमजन का अभूतपूर्व योगदान रहा है।

उन्होंने कहा कि बारां जिले में प्रथम चरण में 141 गांवों में स्वीकृत 1642 कार्यों में से 1588 कार्य पूर्ण किए गए। शेष वर्षा ऋतु में किए जाने वाले कार्य प्रगति पर हैं। यह एक बड़ी उपलब्धि है।

प्रभारी सचिव ने कहा कि वन महोत्सव के तहत 72 हजार पौधे लगाए जाएंगे। जिनमें से 12 हजार पौधे जल संरचनाओं के आसपास लगाए जाएंगे। वन विभाग पृथक से भी पौधारोपण करेगा। उन्होंने बताया कि चारागाह में प्लान्टेषन की रखवाली के लिए प्रत्येक पांच हैक्टेयर भूमि पर एक व्यक्ति महात्मा गांधी नरेगा से लगाया जाएगा। जबकि सड़क व नहर के किनारे पौधों की सुरक्षा व देखभाल के लिए प्रति दो सौ पौधों पर एक व्यक्ति की तैनातगी की जाएगी। प्रति जीवित पौधे के आधार पर उसे राषि का भुगतान किया जाएगा। उन्होंने नरेगा के तहत फलदार पौधांे के लिए सरकार की ओर से तीन लाख रूपए प्रति परिवार दिए जाने की योजना के बारे मंे भी जानकारी दी।

शुरूआत मंे उन्होंने मां सरस्वती के चित्र पर दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इससे पूर्व उन्होंने राजकीय कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय परिसर मंे पौधारोपण कर वन महोत्सव का शुभारंभ किया।

कार्यक्रम मंे जिला कलक्टर डा. एसपी सिंह ने कहा कि सर्वाधिक वर्षा वाले जिलों में शामिल होने के बाद भी बारां जिले में शीत ऋतु के मध्य से जल समस्या उत्पन्न होने लगती है। यह शोचनीय है। मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन योजना के माध्यम से जिले के गांवों को जल उपलब्धता में आत्मनिर्भर बनाने का महत्वपूर्ण व सफल प्रयास किया गया है। जिला कलक्टर ने कहा कि वन महोत्सव के तहत 316 जल संरचनाओं को पौधारोपण के लिए चिह्नित किया गया है। पहले दिन 115 जल संरचनाओं के आसपास पौधारोपण की योजना बनाई गई है। उन्होंने कहा कि इस महत्वपूर्ण योजना के दूरगामी परिणाम सामने आएंगे और जल समस्या का स्थाई समाधान होगा। ग्रामीण जन इस कार्य मंे सहयोग के लिए आगे आएं और पौधों को गोद लेकर उनकी देखभाल मंे अपना योगदान दें।

इससे पहले जिला वन अधिकारी दिनेष चिदरी ने संबोधन में बताया कि जिले के 32 प्रतिशत भू-भाग तकरीबन 2.29 लाख हैक्टेयर पर वन भूमि है। वन विभाग इसमंे से 950 हैक्टेयर वन भूमि पर 1.31 लाख पौधे लगाएगा। सड़क किनारे पर 10 हजार पौधे लगाए जाएंगे। जिले की 10 नर्सरियों में सात लाख पौधे उपलब्ध हैं। जिन्हें स्वयंसेवी संस्थाओं, स्कूलों व आमजन के माध्यम से सार्वजनिक स्थानों पर लगाया जाएगा। करीब डेढ लाख पौधे अब तक वितरित किए जा चुके हैं। कार्यक्रम की शुरूआत मंे प्रोजेक्टर पर प्रदेष मंे मुख्यमंत्री जलस्वावलम्बन अभियान के तहत किए गए कार्यों पर लघु फिल्म का प्रदर्षन किया गया।

कार्यक्रम में अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी अषोक पुरस्वानी, उपखंड अधिकारी कानाराम सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी व आमजन मौजूद थे। संचालन सुनील शर्मा ने किया।

——-

हर पखवाड़े हो एक-एक ग्राम पंचायत ओडीएफ-प्रभारी सचिव

बारां, 21 जुलाई। जिले के प्रभारी सचिव रोहित कुमार ने कहा कि राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं व कार्यों को समय पर पूरा करने में अधिकारी तत्परता दिखाएं। उन्होंने हर पखवाड़े प्रत्येक पंचायत समिति की एक-एक ग्राम पंचायत को खुले मंे शोच से मुक्त (ओडीएफ) बनाने के भी निर्देष प्रदान किए।

मिनी सचिवालय के सभाकक्ष में गुरूवार को जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक लेते हुए प्रभारी सचिव ने यह निर्देष दिए। उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायतों को ओडीएफ बनाने के लिए विकास अधिकारी पूरी गंभीरता से कार्य करें। इसमंे किसी तरह की कोताही सहन नहीं की जाएगी तथा इसकी पखवाड़े वार रिपोर्ट ली जाएगी।

बैठक में प्रभारी सचिव ने ग्रामीण गौरव पथ के शत-प्रतिशत निर्माण सहित विभिन्न सड़कों आवासीय विद्यालय आदि भवनांे, मॉडल स्कूलों, नवनिर्मित ल्हासी डेम मंे पानी की आवक, बारां फ्लड मिटीगेषन योजना में सभी 11 कार्याें की प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने अहमदी सिंचाई परियोजना के तहत 140 एमसीएफटी क्षमता का बांध पूरा भर जाने पर खुषी जताई। प्रभारी सचिव ने ल्हासी पेयजल, नागदा-अंता-बल्देवपुरा जल योजना, अटरू-शेरगढ पेयजल योजना, अटरू-खेडलीगंज-रतनपुरा पेयजल योजना की प्रगति के बारे मंे जानकारी ली। इस दौरान उन्होंने चिकित्सा विभाग को मौसमी बीमारियों की रोकथाम के लिए पूर्ण रूप से सतर्क रहकर कार्य करने के निर्देष भी दिए। उन्होंने कहा कि हेल्थ कार्ड बनाने के कार्य में तेजी लाएं। इसमंे किसी तरह की ढिलाई ना करें। स्वास्थ्य बीमा योजना मंे बीमा क्लेम राषि के भुगतान में विषेष प्रगति पर उन्होंने बधाई भी दी।

प्रभारी सचिव ने लाइफ प्रोजेक्ट पर भी गंभीरतापूर्वक कार्य कर प्रगति सुनिष्चित करने के निर्देष प्रदान किए तथा अन्नपूर्णा योजना में धीमी प्रगति पर असंतोष जताया। उन्होंने जिले में बुवाई, पशुओं के वैक्सीनेषन सहित अन्य कार्यों की प्रगति की समीक्षा भी की।

बैठक में जिला कलक्टर ने सभी अधिकारियों को संवेदनषील होकर राज्य सरकार की योजनाओं को पूरा किए जाने तथा वर्षा के दौरान क्षतिग्रस्त स्कूल भवनों में बच्चों को नहीं बैठाए जाने के निर्देष प्रदान किए।

बैठक में डीएफओ दिनेष चिदरी, अतिरिक्त जिला कलक्टर, वासुदेव मालावत, उपखंड अधिकारी कानाराम, एसीईओ अषोक पुरस्वानी सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।

फ़िरोज़ खान बारां राजस्थान

error: Content is protected !!