बीकानेर ( मोहन थानवी) । सालासर-नागौर के बीच 533 करोड़ रुपयों को खर्च कर 120 किमी टू लेन बनाई जाएगी। इससे सालासर धाम पहुंचने वाले उत्तर भारत के ही नहीं वरन दक्षिण-पूर्व के श्रद्धालुओं को तो लाभ होगा ही साथ ही जोधपुर-बीकानेर के रास्ते प्रदेश सहित देशभर के व्यापार मार्ग के भारी वाहनों को भी आवागमन में काफी सुविधा मिलने से व्यापार क्षेत्र लाभांवित होगा। टू लेन बनाने के पहले कदम पर
एनएचएआई ने राजस्थान में राष्ट्रीय राजमार्ग के सालासर-नागौर खंड को पक्की ढलान के साथ दो लेन का बनाने के लिए अनुबंध किया ।
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने राष्ट्रीय राजमार्ग विकास परियोजना (एनएचडीपी) के चतुर्थ चरण के तहत राजस्थान में राष्ट्रीय राजमार्ग के खंडों के विकास के लिए अनुबंध पत्र (एलओए) जारी किया है।
इस परियोजना का ब्यौरा नीचे दिया गया है:
120 किलोमीटर लंबे सालासर-नागौर खंड को हाइब्रिड वार्षिकी मोड पर क्रियान्वित किया जाएगा और परियोजना के प्रारंभ होने की तारीख से लेकर अगले 30 माह में यह खंड पूरा होगा। सालासर-नागौर खंड राजस्थान के चूरू एवं नागौर जिलों से होकर गुजरता है और यह धार्मिक महत्व वाले स्थल सालासर बालाजी अथवा सालासर धाम के लिए एक अहम संपर्क है।
इस परियोजना में 10 किलोमीटर लंबे सर्विस रोड, वाहनों के गुजरने के लिए 5 अंडरपास और पैदल यात्रियों के लिए 4 अंडरपास के अलावा लाडनूं में एक रेलवे ओवर ब्रिज भी होगा। इस परियोजना के अंतर्गत सुजानगढ़, जसवंतगढ़, लाडनूं, निम्बी जोधा, झरेली और डेह में 30 किमी लंबे छह बाइपास होंगे।