( फ़िरोज़ खान )बारां, 24 अगस्त। संभागीय आयुक्त श्री रघुवीर सिंह मीणा व आईजी विषाल बंसल ने जिला कलक्टर डॉ. एस.पी. सिंह के साथ मिलकर बुधवार को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। अटरू एवं छीपाबड़ौद के प्रभावित गांवों में जाकर बाढ़ प्रभावितों से मिले एवं जिला प्रषासन की ओर से चलाए जा रहे राहत कार्याें का जायजा लिया।
अटरू के गोरधनपुरा पंचायत के सालपुरा सहरिया बस्ती में बाढ़ के कारण ध्वस्त हो गए कच्चे मकानों का निरीक्षण किया। यहां पर मां-बाड़ी केन्द्र में उन परिवारों के ठहरने की व्यवस्था की गई है जिनके मकान पूरी तरह नष्ट हो गए। यहां पर उनको प्रषासन की ओर से राषन भी प्रदान किया गया है। उन्होंने छीपाबड़ौद के गागोनिया एवं अन्य प्रभावित गांवों का दौरा भी किया। बाढ़ से हुए नुकसान का सहानुभूति पूर्वक आकलन करने के निर्देष दिए। उन्होंने कहा कि नुकसान का सर्वे कर शीघ्र ही रिपोर्ट भेजे ताकि प्रभावितों को सरकार की ओर से उचित सहायता प्रदान की जा सके। इस मौके पर डीएसओ शंकरलाल, अटरू उपखंड अधिकारी रामप्रसाद सौंकरिया छीपाबड़ौद उपखंड अधिकारी हीरालाल वर्मा सहित अन्य ब्लॉक स्तरीय अधिकारी एवं स्थानीय जनप्रतिनिधि मौजूद रहे।
न खाएं भीगा अनाज, न रहे जर्जर मकानों में
संभागीय आयुक्त ने प्रभावितों से अपील की कि वे बारिष की वजह से जर्जर हो चुके मकानों में रहने का खतरा मोल न लें। ऐसे मकान कभी भी गिर सकते हैं जिससे जनहानि होने की संभावना है। नई व्यवस्था होने तक अन्यत्र अस्थाई आवास की व्यवस्था करने के निर्देष अधिकारियों को दिए। उन्हांेने भीग चुके अनाज को खाने में काम न लेने एवं इसे रसद विभाग को सुपुर्द करने को कहा। जिला कलक्टर ने जिला रसद अधिकारी को निर्देष दिए कि भीगा अनाज प्राप्त कर बदले मे उतनी ही मात्रा में अच्छा अनाज प्रभावित को दें। भीगे अनाज को खाने से नुकसान होने की आषंका के चलते इसे नष्ट करने की कार्यवाही के निर्देष दिए। इसके अलावा आवष्यकता होने पर प्रभावितों को अतिरिक्त अनाज भी उपलब्ध कराने को कहा गया। आवष्यक दवाईयों की कमी न आने देने एवं पेयजल के नमूने लेने के भी निर्देष दिए गए।