सामाजिक अंकेक्षण केवल एक प्रक्रिया नहीं, बल्कि जवाबदेह शासन की प्रतिबद्वता हैं

087282f2-024d-4273-83d0-a6ad2042e9b8महात्मा गांधी नरेगा एवं इन्दिरा आवास योजनान्तर्गत सामाजिक अंकेक्षण 2016-17 के प्रथम छः माही हेतु ग्राम संसाधन च्यक्तियों का एक प्रशिक्षण पंचायत समिति सभागार बाडमेंर में सम्पन्न हुआ।
कार्यक्रम अधिकारी नवलाराम चौधरी ने सामाजिक अंकेक्षण का महत्व समज्ञाते हुए बताया कि सामाजिक अंकेक्षण सबको साथ लेकर चलने की सफल सामुहिक प्रक्रिया हैं। इसमें न केवल आमजन की विकास कार्यो में भागीदारी बढती हैं बल्कि भ्रष्टाचार को कम करने में अहम भूमिका निभाई जा सकती हैं। सामाजिक अंकेक्षण लांेकतंत्र को मजबूत बनाने का माध्यम हैं, जो गरीबी, भ्रष्टाचार तथा बेरोजगारी को अूर करते हुए सतत एवं समावेशी विकास में सहाये बन सकता हैं। इसलिये किसी योजना/कार्यक्रम में विभिन्न स्तरों पर करवाये गये कार्यो की गुणवता, किए गये कार्य का विस्तृत विवरण, मजदूरों की संख्या, सामग्री की मात्रा एवं उपयोग, समाज के लियें इन कार्यो की उपयोगिता एवं जिस रूप में जो कार्य चाहा गया, वह उसी रूप में हुआ या नहीं आदि की समूदाय के प्राथमिक लाभार्थियों की सक्रिय भागीदारी से जॉच करवाना ही सामाजिक अंकेक्षण हैं।
सहायक अभियन्ता रामलाल जैन ने सामाजिक अंकेक्षण प्रक्रिया के समस्त प्रपत्र 1 से 15 तक के बारे मे विस्तार से जानकारी देते हुए कहा कि वर्ष 2016-17 क्र प्रथम छः माही का सामाजिक अंकेक्षण हेतु दिनांक 01.09.2016 सें ग्राम पंचायत मूख्यालय पर ग्राम सभायें आयोजित होगी जिसमें नरेगा और आईएवाई योजना के संचालित कार्यो एवं उन पर किये गये व्यय का सामाजिक अंकेक्षण होगा।
प्रशिक्षण कार्यशाला में सहायक लेखाधिकारी चन्द्रमोहन कुलरिया एवं लेखा सहायक ललित जैन नें नरेगा योजना के संधारित किये जाने वाले समस्त रिकार्ड रजिस्टर 01 से 13 तक एवं मस्टर रोल, बिल वाउचर, रोकड पंस्तिका, स्टॉक रजिस्टर परिसम्पति रजिस्टर संधारण के बारे में आवश्यक जानकारिया दी गयी। कनिष्ठ तकनीकी सहायक योगेन्द्रसिंह, गणपतलाल एवं लेखा सहायक हितेश मुन्दड़ा प्रशिक्षण कार्यशाला में उपस्थित रहे।

कार्यक्रम अधिकारी
पंचायत समिति बाडमेर

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