दूसरे चरण में बढ़ाएंगे जनसहभागिता – कलक्टर

Jalswavlamban meeting(फ़िरोज़ खान)बारां, 30 अगस्त। जिला कलक्टर डॉ एस.पी. सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान के दूसरे चरण में जनसहभागिता को और बढ़ाया जाएगा। इस हेतु समाज के सभी वर्गों का सहयोग लेने के प्रयास चल रहे हैं। वे अभियान हेतु सीएसआर, गैर सरकारी संगठन, मीडिया एवं धार्मिक ट्रस्ट से चर्चा हेतु मिनी सचिवालय सभागार में मंगलवार को आयोजित बैठक को संबोधित कर रहे थे।

जिला कलक्टर ने बताया कि मुख्यमंत्री जल स्वालम्बन अभियान के प्रथम चरण में समय पर कार्य पूर्णता की दृष्टि से बारां जिले ने राज्य में प्रथम स्थान प्राप्त किया था। इस इस सफलता में जिले में संचालित उद्योगों, कार्यरत गैर सरकारी संगठनों, मीडिया एवं धार्मिक ट्रस्ट सहित आम नागिरकों को पूरा सहयोग रहा था। दूसरे चरण के कार्य 16 नवम्बर से प्रारम्भ हो जाएंगे। इस बार जनसहभागिता को बढ़ाते हुए अभियान की सफलता को और भी ऊंचाई तक ले जाया जाएगा। बैठक में उपस्थित विभिन्न संस्थाओं के प्रतिनिधियों से जिला कलक्टर ने अपील की कि वे दूसरे चरण के लिए चिन्हित कार्यों में अपना सहयोग प्रदान कर अभियान में अपनी सहभागिता सुनिश्चित करें। इसके लिए आर्थिक सहयोग के अलावा श्रमदान तथा उपकरण आदि के रुप में सहायता प्रदान की जा सकती है। उपस्थित मीडिया प्रतिनिधियों से उन्होने अभियान के अधिकाधिक प्रचार-प्रसार करने का आग्रह किया। स्कूली बच्चों की इस अभियान के प्रचार-प्रसार हेतु ली जा सकने वाली सहायता के तरीकों पर चर्चा की गई। स्कूलों में कविता, निबंध, पेंटिंग जैसी प्रतियोगिताओं के आयोजन के सुझाव प्राप्त हुए। जिला पुलिस अधीक्षक दुष्टदमन सिंह ने इस बार भी पुलिस की ओर से कुछ कार्यों को गोद लेकर श्रमदान करने का आश्वासन दिया। जिला कलक्टर ने कहा कि जल स्वावलम्बन अभियान प्रदेश के गांवों को जल आत्मनिर्भर बनाने हेतु चलाया जा रहा एक महत्वपूर्ण अभियान है और प्रथम चरण की सफलता ने इसकी सार्थकता को साबित कर दिया है। एनटीपीसी अंता, छबड़ा थर्मल, संस्था धर्मादा, ग्रामीण विकास ट्रस्ट के प्रतिनिधियों के अलावा जी मरुधरा, दैनिक भास्कर, फर्स्ट इंडिया के प्रतिनिधि तथा अधिकारी उपस्थित रहे।

जलती पत्नी को बचाने का प्रयास नहीं करने पर सुनाई सजा

बारां, 30 अगस्त। अपनी जलती हुई पत्नी द्वारा मदद की गुहार लगाने के बावजूद उसे बचाने का प्रयास नहीं करने एवं इलाज के दौरान मिलने नहीं जाने वाले पति को अतिरिक्त न्यायिक मजिस्ट्रेट, बारां श्री आशीष मीणा ने दो साल के कठोर कारावास एवं दो हजार रुपए के अर्थ दंड से दंडित किया है।

सहायक अभियोजन अधिकारी हरिओम मीणा ने बताया कि 21 नवम्बर 2008 को तेलफेक्ट्री निवासी चन्द्रेश की पत्नी गायत्री आग की चपेट में आकर जल गई थी जिसका कोटा के एमबीएस अस्पताल में इलाज के दौरान निधन हो गया। गायत्री ने अपने अंतिम बयान में बताया कि शराबी पति से झगड़ा होने के पश्चात खाना बनाते समय गैर पर चिमनी गिर जाने से वह झुलस गई। जलते समय पति को आवाज लगाई लेकिन पति उसे बचाने के बजाय खड़ा-खड़ा देखता रहा। यही नहीं उसे इलाज हेतु अस्पताल भी उसके जेठ-जेठानी लेकर आए और उसका पति उससे मिलने तक नहीं आया। मृतका के परिजनों का आरोप था कि उस जलाकर मार डाला गया है और चन्द्रेश ने सबूत मिटा दिए हैं। यह प्रकरण कोतवाली थाने के माध्यम से जब अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट बारां के समक्ष आया तो मजिस्ट्रेट श्री आशीष मीणा ने सभी गवाहों और बयानों को सुनने के बाद सबूत मिटाने के आरोप से दोष मुक्त कर दिया लेकिन पत्नी के साथ क्रूरता का दोषी माना। माननीय मजिस्ट्रेट ने भारतीय दण्ड संहिता की धारा 498-ए के तहत चन्द्रेश को अपनी पत्नी के साथ क्रूरता कारित करने का दोषी मानते हुए दो वर्ष के कठोर कारावास तथा दो हजार रुपए के जुर्मान की सजा सुनाई। अपने फैसले में माननीय न्यायालय ने कहा कि महिलाओं के प्रति क्रूरता करना सामाजिक अपराध है। पति पर पत्नी को खुश रखने एवं उसकी सुरक्षा करने की जिम्मेदारी होती है लेकिन चन्द्रेश ने ऐसा नहीं करके महिलाओं के प्रति अपनी क्रूरता का परिचय दिया है। ऐसे मे इस प्रकार के प्रकरणों में नरमी का रुख अपनाने पर महिलाओं के प्रति इस प्रकार के अपराधों में वृद्धि होगी तथा महिला सशक्तिकरण के प्रयास विफल होंगे। इसलिए इस प्रकरण में अभियुक्त को कठोर दंड दिया जाना न्यायोचित है।

पंचायत व विद्यालय भवन हेतु भूमि आवंटित

बारां, 30 अगस्त। जिला कलक्टर डॉ. एस.पी. सिंह ने 6 ग्राम पंचायत भवनों के लिए भूमि आरक्षित व एक विद्यालय भवन निर्माण हेतुु भूमि आवंटित करने के आदेष जारी किए है।

जिला कलक्टर ने पंचायत भवनों हेतु ग्राम पंचायत कटावर, सकतपुर, कनोटिया हेतु 0.02 हैक्टेयर, ग्राम पंचायत चरडाना, मुसई गुजरान हेतु 0.03 हैक्टेयर व ग्राम पंचायत रीछन्दा हेतु 0.10 हैक्टेयर भूमि आरक्षित करने तथा अंता तहसील आदर्ष उच्च माध्यमकि विद्यालय पलसावा हेतु 0.88 हैक्टेयर भूमि निःषुल्क आवंटित करने के आदेष जारी किए गए।

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