शिशु, बालिका व किशोरगृह के बच्चों के स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखें

20160916_164751बीकानेर, 16 सितम्बर। समेकित बाल संरक्षण योजना के प्रभावी क्रियान्वयन के सम्बन्ध में शुक्रवार को कलेक्टेªट सभागार में जिला कलक्टर वेद प्रकाश की अध्यक्षता में बैठक आयोजित हुई। इस अवसर पर विधायक डॉ. गोपाल जोशी भी मौजूद थे। बैठक के दौरान बाल कल्याण समिति, राजकीय एवं अनुदानित गृहों में आवासित बच्चों के लिए व्यवस्थाओं, विशेष दत्तक ग्रहण एजेन्सी, चाइल्ड लाइन, चाइल्ड राइट क्लब आदि बिन्दुओं पर विस्तार से चर्चा की गई।
जिला कलक्टर ने कहा कि शिशु, बालिका व किशोर गृह में रह रहे बच्चों के स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखा जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि इन बच्चों के स्वास्थ्य का हैल्थकार्ड बनाया जाए तथा उनका नियमित हैल्थ चैकअप व फोलोअप किया जाए। उन्होंने कहा कि बालिकागृह व नारी निकेतन की बालिकाओं व महिलाओं के लिए दिवाली पर उपहार स्वरूप नये वस्त्रों की व्यवस्था की जाए। उन्होंने बालश्रम के मामलों पर कडी कार्यवाही करने के निर्देश दिए।
विधायक डॉ. गोपाल जोशी ने कहा कि देखभाल एवं संरक्षण की आवश्यकता वाले बच्चों के कल्याणार्थ हर संभव प्रयास किए जाएं। राजकीय एवं अनुदानित गृहों में आवासित बच्चों के लिए भोजन, शिक्षा, स्वास्थ्य, सुरक्षा आदि के पुख्ता इंतजाम किए जाएं।
पालना गृह- बैठक में आरसीएचओ ने बताया कि चिकित्सा विभाग की ओर से पीबीएम जनाना अस्पताल एवं जिला अस्पताल में पालना गृह बनाए गए हैं, जिनमें बच्चे को रखा जा सकता है। बच्चे को पालनागृह में रखने के बाद एक घंटी अपने आप बजती है । तत्पश्चात बच्चे की समस्त देखभाल, कानूनी कार्यवाही आदि की जिम्मेदारी पालना गृह प्रभारी की होती है।
बाल कल्याण समिति- समिति के अध्यक्ष वाई के शर्मा ने बताया कि समिति द्वारा सप्ताह में 3 दिन बैठक आयोजित कर बालकों के कल्याणार्थ कार्य किया जा रहा है। उन्होंने बाल श्रम व बाल भिक्षावृत्ति रोकथाम के लिए अभियान चलाने की आवश्यकता जताई।
राजकीय और अनुदानित गृह – बैठक में बताया गया कि वर्तमान में किशोरगृह में 11 बालक आवासित हैं, इनमें विधि से संघर्षरत 5 बालक शामिल हैं। संस्था के 5 बालक अध्ययन के लिए विद्यालय जा रहे हैं। अपचारी और बालिकागृह में 24 बालिकाएं हैं व संस्था की 8 बालिकाएं अध्ययन के लिए विद्यालय जा रही हैं।
विशेष दत्तक ग्रहण एजेन्सी- इसके तहत वर्तमान में 7 बालिकाएं व 2 बालक आवासित हैं। वर्ष 2016-17 में 5 बच्चों को दत्तक पूर्व पालक देखरेख में सौंपा गया है।
चाइल्ड लाइन- जिले में बालश्रम करने वाले बच्चों की सूचना, विभिन्न स्थानों पर लावारिस पाए जाने वाले, देखभाल एवं संरक्षण की आवश्यकता वाले बच्चों की सूचना एवं उनकी सहायता के लिए चाइल्ड हेल्प लाइन नंबर 1098, चौबीस घंटे संचालित है।
चाइल्ड राइट क्लब -राजकीय एवं गैर राजकीय विद्यालयों में चाइल्ड राइट क्लब गठन के सम्बन्ध में बताया गया कि जिले के 25 माध्यमिक एवं 30 प्राथमिक स्तर के विद्यालयों में चाइल्ड राइट क्लब का गठन किया गया है।
इस अवसर पर अतिरिक्त जिला कलक्टर (प्रशासन) हरिप्रसाद पिपरालिया, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सतनाम सिंह, सामाजिक न्याय व अधिकारिता विभाग के उपनिदेशक एल डी पंवार, चाइल्ड लाइन के समन्वयक चैनाराम, समिति सदस्य अरूणा भार्गव, नीलू सेठिया, जयश्री पारीक, डॉ. आर सी गुप्ता सहित सम्बन्धित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
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जिला स्तरीय सतर्कता एवं मॉनिटरिंग समिति की बैठक आयोजित
बीकानेर, 16 सितम्बर। अनुसूचित जाति- जनजाति अत्याचार उत्पीड़न के प्रकरणों की समीक्षा के लिए गठित जिला स्तरीय सतर्कता एवं मॉनिटरिंग समिति की बैठक शुक्रवार को कलेक्टेªट सभागार में जिला कलक्टर वेद प्रकाश की अध्यक्षता में बैठक आयोजित हुई। इस अवसर पर विधायक डॉ. गोपाल जोशी भी मौजूद थे।
जिला कलक्टर वेदप्रकाश ने निर्देश दिए कि एससी-एसटी अत्याचार उत्पीड़न अधिनियम के तहत एफआईआर दर्ज होने व न्यायालय में आरोप पत्रा भिजवाए जाने पर, पीड़ित व्यक्ति को नियमानुसार राहत राशि दी जानी सुनिश्चित की जाए। उन्होंने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक को निर्देश दिए कि न्यायालय में आरोप पत्रा समय पर भिजवाए जाएं।
विधायक डॉ. गोपाल जोशी ने कहा कि पीड़ित व्यक्ति को राहत राशि समय पर दिलाना सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कहा कि जिले के गत वर्षों के अत्याचार व उत्पीड़न के मामलों के तुलनात्मक आंकड़े प्रस्तुत किए जाएं। अधिकारी संवेदनशीलता से कार्य कर पीड़ित पक्ष को राहत पहुंचाएं।
बैठक में बताया गया कि माह अगस्त तक इस अधिनियम के तहत अनुसूचित जाति वर्ग के लोगों पर अत्याचार के 124 प्रकरण दर्ज किए गए थे, जिनमें से 48 प्रकरणों में चालान पेश किया गया है, 64 प्रकरणों में एफआर लगाई गई तथा 18 प्रकरणों में आवश्यक कार्यवाही की जा रही है। अनुसूचित जनजाति वर्ग पर अत्याचार का कोई प्रकरण दर्ज नहीं हुआ है।
सामाजिक न्याय व अधिकारिता विभाग के उपनिदेशक एल डी पंवार ने बताया कि एससी-एसटी अत्याचार उत्पीड़न अधिनियम के तहत दर्ज प्रकरणों के 41 मामलों में 47 व्यक्तियों को कुल 29 लाख 34 हजार रूपये की राहत राशि प्रदान की गई है।
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महिला अत्याचार निवारण समिति के सम्बन्ध में बैठक आयोजित
बीकानेर, 16 सितम्बर। महिला अत्याचार निवारण समिति के सम्बन्ध में शुक्रवार को कलेक्टर कक्ष में जिला कलक्टर वेद प्रकाश की अध्यक्षता में बैठक आयोजित हुई। इस अवसर पर विधायक डॉ. गोपाल जोशी भी मौजूद थे।
जिला कलक्टर ने कहा कि महिलाओं के प्रति घरेलू हिंसा की रोकथाम के लिए हरसंभव प्रयास किए जाएं। उन्होंने महिला अधिकारिता विभाग की कार्यक्रम अधिकारी को निर्देश दिए कि वे विशेषकर निर्धन, पिछडे मोहल्लों व बस्तियों में जाकर महिलाओं पर होने वाले अत्याचारों के रोकने के लिए समझाईश करके, इस सामाजिक बुराई को मिटाने के लिए कार्य करें। विधायक डॉ. गोपाल जोशी ने कहा कि पीड़ित महिला को महिला सुरक्षा एवं सलाह केन्द्र द्वारा तत्काल मदद दी जाकर दोषी के विरूद्ध कार्यवाही की जाए।
महिला अत्याचार निवारण प्रकरणों के सम्बन्ध में महिला अधिकारिता विभाग की कार्यक्रम अधिकारी मेघारतन ने बताया कि इसके तहत गत 15 दिवस में कुल 8 प्रकरण प्राप्त हुए। महिला सुरक्षा एवं सलाह केन्द्र द्वारा आपसी समझाईश के माध्यम से 1 प्रकरण में राजीनामा करवाकर, साथ-साथ रहने बाबत समझौता करवाते हुए महिला को राहत पहुंचाई गयी। दो प्रकरणों में केन्द्र द्वारा 2 महिलाओं को तत्काल मदद पहुंचाई गई तथा अन्य 5 प्रकरणों में आवश्यक कार्यवाही की जा रही है।

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