पिछले 19 दिनों से लगातार चल रही भूख हड़ताल, श्रमिकों की हालत चिन्ताजनक।
गोपाल राय, श्रम मंत्री दिल्ली सरकार ने प्रधानमंत्री, केन्द्रीय राज्य मंत्री, श्रम एवं रोजगार एवं श्रम मंत्री, राजस्थान सरकार को पत्र लिखकर अनुरोध किया है कि संबंधित अधिकारीयों को जल्दी ही उचित दिशानिर्देश दिये जायें जिससे श्रमिकों को न्याय मिल सके।
जयपुर, 7 अक्टुबर 2016। जापानी कम्पनी होण्ड़ा मोटर साइकिल एण्ड स्कूटर इण्डिया प्रा. लि. टपूकड़ा, अलवर राजस्थान से निकाले गये 3000 मजदूरों ने 19 सितम्बर 2016 से दिल्ली के जन्तर-मन्तर में आमरण अनशन कर भूख हड़ताल पर बैठे है। दुसरी और कम्पनी, राज्य सरकार और केन्द्र सरकार का कोई अधिकारी या नेता इनके लिये कुछ करने की बात तो दुर पिछले 19 दिनों में इनसे बात करने के लिये भी नही आये है। पिछले सात महिनों से कम्पनी प्रबन्धन और राज्य सरकार का मजदूरों के प्रति जो नकारात्मक और अड़ियल रुख था वह अब भी उसी तरह कायम है।
अजमेर, जयपुर, बिहार दिल्ली तमिलनाडु में श्रमिकों के साथ मारपीट की गई तथा ऐसा ही नागौर जिले में होने की संभवना बन गई थी पर समय से परिस्थिती को सम्भाल लिया गया। नागौर के श्रमिकों ने भी शहर के मानासर चौराहे पर होण्ड़ा एक्टिवा और शाइन के पोस्टर जला कर बहिष्कार किया। कम्पनी से श्रमिकों ने बताया कि होण्ड़ा कम्पनी का प्लान्ट जो की टपुकड़ा, जिला अलवर में है जहॉ पर होण्ड़ा दुनिया में नम्बर वन क्वालिटी के स्कुटर पहले उन श्रमिकों के द्वारा बनाये जा रहे थे वो कम से कम आई.टी.आई. पास थे, मगर जब से उन्हें कम्पनी से हटाकर नये अप्रशिक्षित मजदुरों से प्रोडक्शन करवाया जा रहा है जो 8वीं-10वीं पास है एवं कुछ अकुशल मजदूर जो ठेका मजदूरों द्वारा चालू काम करवाना शुरु किया है जिन्हें काम के बारे में ठीक से जानकारी भी नहीं है ऐसे अकुशल मजदूरों के द्वारा किया जा रहे प्रोडक्शन से एक्टिवा और शाइन स्कूटरों में गम्भीर फाल्ट के बारे में लगातार शिकायते आ रही है। बांगला देश में 10,000 फॉल्टेड़ स्कूटरर्स होल्ड पर है।
एक्टिवा जो दुनिया का सबसे ज्यादा बिकने वाला स्कूटर है, दीपावली के पहले उसकी मांग की पूर्ति करने के लिये होण्ड़ा ने अभी इन फॉल्टेड़ स्कूटरों को बाजार में उतारना शुरु कर दिया है। जिसमें पिछले सात महिनों में बनी 5 लाख गाड़ियों को विशेष रुप से नवरात्रों, धन तेरस एवं दिपावली के पर्व पर बाजार में उतारने की योजना है, इसलिये उन्होनें आम जनता से होण्ड़ा की धोखा-धड़ी से बचने की अपील की है।
भूख हड़ताल पर बैठे पांचो श्रमिक नरेश कुमार, रवि, विपिन कुमार, सुनील एवं अविनाश के स्वास्थय में इन 19 दिनों में भारी गिरावट आई है। श्रमिक समुह द्वारा निजी तौर पर चार डॉक्टरों की टीम से परिक्षण करवाया गया जिनका कहना है कि इन सभी की हालत बहुत गंभीर व चिन्ताजनक है। श्रमिकों द्वारा बुलाये गये स्वास्थ्य सलाहकारों में डॉ. रुमा दास व डॉ. सुमित्रन बासु थे। श्रमिकों द्वारा पूरे भारतवर्ष में एक साथ होण्ड़ा टु-व्हीलर प्रोडक्टों एक्टिवा और शाइन का बहिष्कार जारी है। होण्ड़ा आन्दोलन को तेज करते हुये होण्ड़ा टू-व्हीलर प्रोडक्टों का आज पूरे भारत में एक साथ बहिष्कार और होण्ड़ा प्रबन्धन व श्रम विभाग का विरोध किया गया। जिसमें मुख्यतः मुम्बई, कलकत्ता, लखनउ, हैदराबाद, चैन्नई, अहमदाबाद, भिलाई, चण्डीगढ़, पटना, बैंगलोर, दिल्ली, जयपुर, जोधपुर, अजमेर, सीकर, अलवर, नागौर, झुन्झुनु, भरतपुर, गुड़गांव, सिरसा, रोहतक, फतेहाबाद, जींद, कैथल, सोनीपत, करनाल, कुरुक्षेत्र, गोहाना आदि जगहों पर होण्ड़ा टू-व्हीलर से बाहर निकाले गये श्रमिकों के साथ-साथ विभिन्न श्रम संगठनों, छात्र संगठनों और श्रमिकों के परिजनों द्वारा सफल बनाया गया।
2-एफ यूनियन के अध्यक्ष नरेश मेहता ने बताया कि संगठन के निवेदन करने के उपरान्त माननीय श्री गोपाल राय, श्रम मंत्री, दिल्ली सरकार ने आज श्री नरेन्द्र मोदी, प्रधानमंत्री, भारत सरकार, श्री बंडारु दत्तात्रेय, केन्द्रीय राज्य मंत्री, श्रम एवं रोजगार, नई दिल्ली एवं श्री सुरेन्द्र पाल टी.टी., श्रम मंत्री, राजस्थान सरकार को पत्र लिखकर अपनी और से विशेष अनुरोध किया है कि इन श्रमिकों की समस्या पर गंभीरतापूर्वक विचार करतें हुए त्वरित कार्यवाही किये जाने की आवश्कता है मेरा आपसे अनुरोध है कि इन श्रमिकों के प्रति सहानुभूतिपूर्वक विचार करते हुये संबंधित अधिकारीयों को आवश्यक दिशानिर्देश जारी करें जिससे की श्रमिकों को न्याय मिल सके।
संदीप शर्मा
1 thought on “आखिर क्या होगा होण्ड़ा श्रमिकों का … ??”
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Jeet to majdooro ke hoge//Honda menegmant murdabad