साम्प्रदायिक ताकतों को हराना और देश के धर्मनिरपेक्ष मूल्यों को बचाना ही एसडीपीआई का लक्ष्य- एड. शरफुद्दीन अहमद (राष्ट्रीय उपाध्यक्ष)
फ़िरोज़ खान
कोटा दिनांक 16 अक्टूबर 2016 सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इण्डिया की और से धर्मनिरपेक्ष मूल्यों की रक्षा के लिए गांधी जयंती 02 अक्टूबर से चलाए जा रहे राष्ट्रीय अभियान सेक्यूलर इण्डिया मीट के तहत कोटा इकाई की और से आज दिनांक 16 अक्टूबर को रात्रि 8:30 बजे से विशाल जनसभा का आयोजन श्रीपुरा स्थित सुभाष सर्किल (पुराना मोटर स्टैण्ड) पर किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एडवोकेट शरफुद्दीन अहमद, विशिष्ट अतिथि राष्ट्रीय महासचिव मो. शफी, ऑल इण्डिया इमाम कौंसिल के राष्ट्रीय महासचिव मुफ्ती हनीफ अहरार, एसडीपीआई प्रदेश अध्यक्ष हाफिज मंजूर अली खान, पॉपुलर फ्रन्ट ऑफ इण्डिया के प्रदेश अध्यक्ष अनीस अंसारी, एसडीपीआई के प्रदेश उपाध्यक्ष मो. रिजवान खान, सीताराम खोईवाल सहित शहर के कई बुद्धिजीवी तथा शायर चांद शेरी, तबस्सुम कशीश व अन्य मौजुद थे। कार्यक्रम की शुरूआत कोटा जिलाध्यक्ष जफर चिश्ती ने सभा में आए सभी खास मेहमानों और मौजुद कोटा शहर की आम आवाम का स्वागत कर की।एसडीपीआई के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एडवोकेट शरफुद्दीन अहमद ने अपने संबोधन में कहा कि भारत में जो शासन व्यवस्था अपनाई गई उसके मूल में भारत की विभिन्नता को पहचान और इज्जत देते हुए प्राजातांत्रिक प्रणाली को स्थापित किया गया जिसका मूलमंत्र कि सरकार का कोई धर्म और मजहब नहीं होगा लेकिन सरकार चलाने वालों को अपना अपना धर्म मानने की आजादी होगी और वह सारे लोग दुसरे धर्मों का भी पूर्ण आदर करेंगें। इसलिए धर्मनिरपेक्षता को हमारे प्रजातंत्र की बुनियाद माना गया। परन्त्ु कुछ ताकते मुल्क में प्रजातंत्र को खत्म करना चाहती है इसलिए वह धर्मनिरपेक्षता को पहला निशाना बना रही है। एसडीपीआई उन ताकतों को एतिहासिक तौर पर पहचानते हुए उनका मुकाबला बेहतर तरीके से करना पहली प्राथमिकता समझती है।SDPI राष्ट्रीय महासचिव मो.शफी ने कहा कि संविधान की आत्मा धर्मनिरपेक्षता की रक्षा के लिए एसडीपीआई हर मुमकिन कोशिश करेगी और संविधान के द्धारा देश के प्रत्येक नागरिक को प्रदत्त मौलिक अधिकारों के तहत समानता, स्वतंत्रता सहित अन्य अधिकारों की रक्षा के लिए जन आंदोलन के द्वारा देश की आवाम को जागरूक कर साम्प्रदायिक ताकतों को हराने के लिए प्रयासरत रहेगी। ऑल इण्डिया ईमाम्स कौंसिल के राष्ट्रीय महासचिव (गोवा) मुफ्ती हनीफ अहरार ने कहा कि मुस्लिम महिलाओं को मोदी की हमदर्दी की जरूरत नहीं है तथा युनिफोर्म सिविल कोड को लागु करने और मुस्लिम महिलाओं के लिए बात करने की बजाय अगर केन्द्र में बैठी भाजपा सरकार दलितों, आदिवासियों व मुस्लिमों पर हो रहे जुल्म व अत्याचार करने वालों पर लगाम कसने की जरूरत है। तथा उन्होंने कहा कि ऑल इण्डिया ईमाम्स कौंसिल एसडीपीआई के साथ है। तथा उन्होंने कहा कि मुस्लिम कानून और शरीयत में कोई भी मुसलमान तब्दीली नहीं होने देगा और मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के साथ मुल्क का पूरा मुसलमन एसडीपीआई के प्रदेश अध्यक्ष हाफिज मंजूर अली खान ने अपने संबोधन में देश के वर्तमान हालातों सहित प्रदेश में दलितों व मुस्लिमों पर हो रहे जुल्म तथा प्रदेश की सरकार को पूरी तरह से शासन करने में विफल बताते हुए कहा कि प्रदेश में एक और कुख्यात अपराधियों के हौसले बुलन्द है वहीं प्रदेश में भ्रष्टाचार चरम पर पंहुच चुका है, बेरोजगार युवकों के साथ खिलवाड किया जा रहा है तथा एक और जहां प्रदेश में गौरक्षा के नाम पर मजलूमों को प्रताडित किया जा रहा है वहीं राजधानी सहित प्रदेश के अन्य जिलों की गौशालाओं में कई हजारों गायें मर रही है लेकिन तब गौरक्षकों की जुबान पर ताले लग जाते है। गौशालाओं में चारा घोटाला ऊजागर हो रहा है, बिजली कम्पनियों की मनमानी व बढती कीमतों व शराबबन्दी लागू करने की बजाय सरकार शराब के नए ठेके दे रही है जिससे आए दिन कई लोगों की अकाल मौत हो रही है। वर्तमान में राज्य की भाजपा सरकार से प्रदेश की आम आवाम पूरी तरह त्रस्त हो चुकी है
एसडीपीआई के प्रदेश उपाध्यक्ष सीताराम खोईवाल ने देश की मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि एक और तो सरकार सबका साथ सबका विकास की बात करती है वहीं दुसरी और देश के दलितों और मुस्लिमों पर गाय के नाम पर जुल्म ढाए जा रहे है आज देश को यदि सबसे बडा खतरा है तो वह है सत्ता में बैठी भाजपा सरकार से है जो देश में अस्थिरता और साम्प्रदायिकता का माहौल पैदा कर रही है। उन्होंने कहा कि सत्ता में बैठी भाजपा सरकार जो कि उनकी मनुवादी व्यवस्था के तहत प्रजातंत्र की मूल भावनाओं के विपरीत व्यवस्था लागू करने का कुचक्र चला दिया है जिससे दलित, मुस्लिम, सिख व इसाईयों की धार्मिक भावानाओं पर तो कुठाराघात हुआ है और साथ ही सामाजिक समरसता व सामाजिक एकता का वर्चस्व धूमिल होकर बेकार हुआ जा रहा है अतः सभी शक्तियों को मिलकर सामाजिक न्याय व सामाजिक समरसता के लिए एक जोरदार संघर्ष प्रारम्भ करना चाहिए। पॉपुलर फ्रन्ट ऑफ इण्डिया के प्रदेश अध्यक्ष अनीस अंसारी ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि पॉपुलर फ्रन्ट मुस्लिम पर्सनल बोर्ड के द्धारा कॉमन सिविल कोड के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान का समर्थन करती है। तथा उन्होंनें कहा कि संविधान में प्रदत्त नीति निर्देशक तत्वों में समान नागरिक संहिता दी गई है लेकिन अलग अलग धर्मो के पर्सनल लॉ को खत्म कर संविधान में शामिल धार्मिक स्वतंत्रता के मौलिक अधिकारों का उल्लंघन है।
एसडीपीआई के प्रदेश उपाध्यक्ष मो. रिजवान खान ने उरी आतंकी हमले में शहीद हुए सैनिकों को नमन करते हुए केन्द्र की भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सत्ता के नशे में चूर भाजपा सरकार सिर्फ चुनावी मफाद के सर्जिकल स्ट्राइक को प्रचारित कर रही है और तो और उनके विधायक और मंत्री हर तरह से विज्ञापित कर रहे है जबकि पूर्व की सरकारों में भी कई बार सर्जिकल स्ट्राईक किये गए।। इस तरह भाजपा के द्धारा खुद को हीरों बताया जा रहा है जिससे देश की रक्षा में शहीद हुए सेना के जवानों के परिवारों को आघात पंहुचेगा बलिक सीमा पर तैनात सैनिकों का भी मनोबल गिरेगा। विशाल जनसभा में मुख्य रूप से वीमेन इण्डिया मूवमेन्ट की राष्ट्रीय सचिव सितारा बानो सामाजिक कार्यकर्ता नवीन पालीवाल, वरिष्ठ एडवोकेट मोहनलाल राव, कर्मयोगी सेवा संस्थान के राजाराम कर्मयोगी ने भी सभा को संबोधित किया। कोटा जिला ताइक्वांडों के अध्यक्ष दशरथ सिंह शेखावत सहित शहर के कई प्रबुद्धजन व समाजसेवी मुख्य रूप से मौजुद थे।कार्यक्रम के अन्त में जिला महासचिव नावेद अख्तर ने जनसभा में आए हुए सभी मेहमानों और आमजन का धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम का संचालन जिला सचिव मुजफ्फर राईन ने किया। इस अवसर पर एसडीपीआई के जिला उपाध्यक्ष इमरान बाबा, शाहिद कुरैशी, जिला सचिव जावेद अंसारी, प्रोग्राम कन्वीनर राजा वारसी सहित जिला कार्यकारिणी और जिले की सभी ब्रांचों के कार्यकर्ता मौजुद थे।