सुप्रीम कोर्ट के जज से उच्चस्तरीय न्यायिक जांच की मांग की
फ़िरोज़ खान
कोटा 03 नवम्बर । कोटा शहर की विभिन्न सामाजिक संगठनों, पार्टियों की अगुवाई में कोटा शहर काजी अल्हाज अनावर अहमद की सरपरस्ती में बनाए गए संयुक्त मोर्चा की ओर से भोपाल में हुए फर्जी एनकाउन्टर के खिलाफ आज दोपहर 3 बजे सर्किट हाउस से कलेक्ट्रेट पंहुचकर जिला कलेक्टर के माध्यम से महामहिम राष्ट्रपति महोदय के नाम ज्ञापन प्र्रस्तुत कर मांग की गई की भोपाल फर्जी एनकाउन्टर की सुप्रीम कोर्ट के वर्तमान जज से न्यायिक जांच कराए जाए तथा दोषी पुलिस व जेल अधिकारियों पर कार्यवाही करने व मध्यप्रदेश सरकार को बर्खास्त करने की मांग की गई।
को-कन्वीनर मो. रिजवान खाने ने विरोध प्रदर्शन में आई हुई आम आवाम को संबोधित करते हुए भोपाल में सिमी के अंडर-ट्रायल कैदियों के कथित ‘‘एनकाउंटर‘‘ की निंदा करते हुए कहा कि यह मुठभेड़ फ़र्जी और साज़िश के तहत अंजाम दिया गया संदिग्ध ड्रामा लगता है। यह फर्ज़ी मुठभेड़ प्रशासन व सत्ताधारियो की मिलीभगत से देश में व्यवस्था के घिनौने अपराधों में एक और अध्याय को जोड़ने वाली बेहद शर्मनाक घटना है।
यह पूरा मामला बेहद दुखत, आश्चर्यजनक और आम लोगों में जेहनों में डर पेदा करने वाला है। इस घटना में पुलिस के आला अधिकारियों की संलिग्ता साफ नज़र आती है जिसने नौ (9) अमूल्य जाने ले ली है। यह घटना महज़ शातिर चाल पर रचे गए एक घिनौने ड्रामे के अलावा कुछ नहीं। जिसकी कहानी मनगढ़त तरीके से रची गई है। जिसने समाज मे बैचेनी और सवाल पेदा कर दिए हैं। भोपाल जेल से भागने व कॉन्सटेबल रमाशंकर यादव की हत्या करने से लेकर फर्जी मुठभेड तक की हर कहानी में कई विसंगतिया नजर आती है जिससे जाहिर होता है कि केन्द्र व राज्य की भाजपा सरकार इस पूर्व सुनियोजित फर्जी मुठभेड के जरिए ध्रुवीकरण कर राजनीतिक लाभ लेना था।
हमारी मांग है कि जेल से भागने से लेकर फर्जी मुठभेड की कहानी तक की सुप्रीम कोर्ट के वर्तमान जज से उच्चस्तरीय न्यायिक जांच कराई जाए व मध्यप्रदेश सरकार को बर्खास्त किया जाए। साथ ही पुलिस व जेल प्रशासन के अधिकारियों को दोषी मानते हुए उन पर भी कार्यवाही की जाए जिससे सच सामने आ सके और दोषियों को कडी से कडी सजा मिल सकें।
कोटा के वरिष्ठ एडवोकेट मोहनलाल राव ने अपने संबोधन में भोपाल एनकाउन्टर को फर्जी करार देते हुए कहा कि पूरी घटना में जिस तरह से मनगढंत कहानी रची गई और सोची समझी रणनीति के तहत इस फर्जी एनकाउन्टर को अंजाम दिया गया जिसमें राजनीतिक लाभ लेने व वोटों के धु्रवीकरण करने के लिए एक बहादुर सिपाही रमाशंकर यादव को भी इन्होने अपनी रणनीति का मोहरा बनाया। मोहनलाल राव ने जेल में हुई रमाशंकर यादव की मौत व फर्जी एनकाउन्टर की निष्पक्ष जांच की मांग की जिससे दोषियों को कडी से कडी सजा मिल सकें।
कोटा शहर काजी अल्हाज अनवार अहमद ने भोपाल फर्जी एनकान्टर पर दुख जाहिर करते हुए कहा कि आज मानवता का कत्ल किया जा रहा है जिस तरह इस पूरी घटना में 9 लोगों को मारा गया उसकी सुप्रीम कोर्ट के जजों की बेंच से न्यायिक जांच होनी चाहिए और दोषियों पर कार्यवाही की जानी चाहिए जिससे मानवता और मानव धर्म का कत्ल होने से रोका जा सकें।
संयुक्त मोर्चा के कन्वीनर गुलशेर अहमद ने विरोध प्रदर्शन में शामिल कोटा शहर की आवाम के सामने ज्ञापन पढकर सुनाया जिस पर सभी ने हाथ खडे कर अपनी सहमति दी तथा उसके बाद उन्होनें सभी का शामिल होने पर शुक्रिया अदा किया और कहा कि हमे न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है कि वह इस पूरे प्रकरण की बिल्कुल निष्पक्ष रूप से जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्यवाही करेगी।
संयुक्त मोर्चा में समाजसेवी विजय पालीवाल व मौलाना अलाउद्दीन अशरफी व संयुक्त मोर्चा के सदस्य जफर चिश्ती, शोएब अहमद, नावेद अख्तरमो. अिसफ भाई, पार्षद मोहम्मद हुसैन, नूर अहमद ऊर्फ अब्बू भाई, रोटेरियन व समाजसेवी रफीक बेयलिम व हजारों की तादाद में कोटा शहर की आम आवाम मौजुद थी।