बीकानेर, 6 दिसम्बर। स्थाई लोक अदालत की अध्यक्ष डॉ.कमलदत्त ने कहा है कि कन्याभ्रूण हत्या, दहेज तथा बाल विवाह सामाजिक अभिशाप है। इन अभिशापों को दूर करने के लिए आंगनबाड़ी कार्यकर्ता तथा शिक्षित व जागरूक महिलाएं सचेष्टता से कार्य करें।
डॉ.कमलदत्त मंगलवार को गांधी कॉलोनी, पवनपुरी क्षेत्रा में स्थित युवा भारत संस्थान में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को सम्बोंधित कर रहीं थीं। उन्होंने कहा कि महिलाएं कानून, जिला विधिक प्राधिकरण व स्थाई लोक अदालत के कार्य व सेवाओं की भी जानकारी रखंे तथा पात्रा महिलाओं को इसका लाभ दिलाएं।
स्थाई लोक अदालत के सदस्य एडवोकेट महेन्द्र जैन ने लोक अदालत की कार्य प्रणाली व उसमें आवेदन करने की विधि आदि के बारे में जानकारी दी। कार्यक्रम में संस्था अध्यक्ष मनोज सिंह, सचिव दिनेश कुमार पांडेय, सरदार सिंह, ललिता राजपूत व शुचि गुप्ता आदि ने विचार व्यक्त किए।
