रानीपुरा में नही मिला 5 वर्ष मनरेगा कार्य, 24 परिवार पलायन पर

img-20161213-wa0100फ़िरोज़ खान,बारां
बारां 13 दिसंबर । कस्बानोनेरा ग्राम पंचायत के गांव रानीपुरा सहरिया बस्ती के लोगो को 5 वर्ष से मनरेगा का काम नही मिला, इस कारण 24 परिवार पलायन कर गए, जो बारां के पास किसी तालाब में काम कर रहे हैं । बस्ती के मुन्ना, माखन, मालम, चंदा, मुन्नी ने बताया कि 5 वर्ष से मनरेगा का काम नही मिला । इन्होंने बताया कि वर्ष 2006 से ही काम बंद है । इन लोगो का कहना है कि ग्राम पंचायत में कई बार आवेदन भी किये, मगर उसके बाद भी इनको काम नही मिल रहा है । इन पांच सालों में मात्र 7 लोगो ने ही काम किया हैं । जिसका भी समय पर भुगतान नही मिला । इस कारण 24 परिवार पलायन कर गए । करीब 50 परिवार निवास करते है । एक तरफ प्रसाशन कहता है कि मनरेगा में लगातार काम दिया जा रहा हैं, वही दूसरी और जब इन गाँवो में जाकर जानकारी की तो पता चला की मई 2016 में द्वितीय मस्टरोल में इस बस्ती के 7 श्रमिकों ने काम किया था, जिसका भुगतान आज तक भी नही हुआ है । रामभजन, गीता, कलीराम, बिलासी, रामदयाल, फिरकी,ने तलाई खुदाई का कार्य मई 2016 में किया था । उस मस्टररोल का भुगतान अभी तक नही किया है । इसी तरह भोयल पंचायत के गुहाड़ी गांव के करीब 165 मनरेगा श्रमिकों को अभी तक भी भुगतान नही मिला है । लोगो ने बताया कि पुराना फ़रीदुआ में भी एक वर्ष लोगो को काम नहीँ मिला है । इस संबंध में मनरेगा सहायक कार्यक्रम अधिकारी महिपाल सिंह ने बताया कि इस तरह का मामला मेरी जानकारी में आपके द्वारा ही आया है, अभी एलडीसी को भेजकर प्रपत्र 6 भरवाकर इनको मस्टररोल जारी कर दी जावेगी तथा मेट भी इसी गांव का ही बनाया जावेगा । महिला 5 वीं, व् पुरुष 8 वीं तक पढ़ा होना चाहिए । और जिन लोगों का भुगतान नही हुआ है, उनकी सूची मंगवाकर भुगतान करवाया जावेगा ।

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