बाड़मेर 23.12.2016
स्थानीय किसान छात्रावास बाड़मेर में चौधरी चरणसिंह की 114 वीं जयंति धूमधाम से मनाई गई। जयंति को सम्बोधित करते हुए किसान छात्रावास के अध्यक्ष बलवन्तसिंह चौधरी ने कहा कि देष के प्रथम किसान पुत्र प्रधानमंत्री किसानों मजदूरों, और गरीबों के मसीहा, महान अर्थषास्त्री, मौलिक चिंतक, लेखक, कुषल प्रषासक, उतम चरित्रवान, इमानदार, अपने फैसलों पर अडिग रहने वाले, सिद्धान्तवादी, पथ प्रदर्षक, जातिवाद के घोर विरेाधी, भारत माता के सच्चे सपूत थे। आज सभी विद्यार्थी तथा अन्य नागरिकगण चौधरी साहब के जीवन से सीख ली ताकि भारत को महान राष्ट्र बनाया जा सके। आप भारत का भविष्य है इसलिए इनसे सीख लेना बहुत जरूरी है।
जयंति को सम्बोधित करते हुए डालूराम चौधरी ने बताया कि ऐसे सच्चे सपूत बिरले ही होते है। जो कि कभी सोना, घड़ी तक नहीं पहनते थे। पूर्व कमांडेंट जोरसिंह ने बताया कि मैं उनके जीवन से काफी परिचित हॅू वो हमेषा सादगीपूर्ण, साधारण जीवन जीते थे। भारतीय राजनीति में ऐसे लोग बहुत कम है। प्रोफेसर आदर्ष किषोर द्वारा चौधरी चरणसिंह के राजनैतिक जीवन, उनके लेखन तथा निजी जीवन का परिचय दिया। डाईट प्राचार्य खेताराम बेनिवाल ने बताया कि एक गांव अत्यन्त पिछड़े परिवार से उठकर महान उपलब्धिया हासिल करना अपने आप में एक महानता है। इस समय जयंति को छात्रावास अधिक्षक अमृत कौर, कोषाध्यक्ष तोगाराम, छात्राएं ज्योति, प्रमिला तथा रेखा ने कविता एवं अपने सम्बोधन दिए। इस समय अपने विचार मूलाराम वाम्भू, महेन्द्र कुमार पोटलिया, मेघाराम चौधरी, हुकमाराम पोटलिया ने अपने विचार रखे। इस दौरान सैकड़ों छात्र छात्राएं उपस्थित रहे। कार्यक्रम का मंच संचालन व जीवन परिचय भीखाराम थोरी द्वारा किया गया।
बलवन्तसिंह चौधरी
अध्यक्ष
किसान छात्रावास, बाड़मेर