मैं जमीन से जुड़कर हर गरीब का दर्द का साथी बनूंगा-अशरफ अली

अशरफ अली के बाड़मेर पहुंचने पर हुआ भव्य स्वागत
unnamed-1अशरफ अली राजस्थान उर्दू एकेडमी के अध्यक्ष बनने के बाद बाडमेर आने पर जिलानी जमता व मुस्लिम समाज ने रेल्वे स्टेशन पर उनका जोरदार स्वागतम किया। अशरफ अली ने कहा कि प्रदेश में उर्दू को बढावा देने के लिए योजनाएं बनाई जायेगी। उर्दू शिक्षको की नियुक्तियां और उनके विकास को लेकर उठाये जा रहे कदमो के लिए सरकार से सहयोग मांगा जायेगा। उर्दू भाषा हिन्दी भाषा के समान लोक प्रिय हो, हर जाति से सीखे, यह मेरा प्रयास रहेगा। उन्होने कहा कि बाड़मेर जैसलमेर काफी तादात में अल्पसंख्यक आज भी मूल भूत सुविधाओं से वंचित हैं। उनके विकास के लिए मैं तत्पर रहकर विकास करूंउगा। उन्होने कहा कि प्रदेश में सिंधी मुस्लिम विकास बोर्ड गठन करने के लिए पुरा प्रयास करूंगा ताकि पिछडे हुए समाज को मुख्य धारा लाने का प्रयास रहेगा। उन्होने कहा कि मैं हमेशा जमीन से जुड़कर गरीबों के दर्द का साथी बनूंगा, और प्रदेश में अल्पसंख्यक हितार्थ योजनाएं को लागू कराने का प्रयास करूंगा। इस मौके पर अल्पसंख्यक मोर्चे के जिलाध्यक्ष नाथु खां समेजा ने कहा कि वसुन्धरा राजे सिन्धिया ने हम पर विश्वास जताकर अशरफ अली को चेयरमेन बनाया है, हम सभी वसुन्धरा राजे के विश्वास पर खरा उतरेंगे। इससे पहले गुरुवार को जयपुर में उन्होंने राजस्थान उर्दू अकादमी के अध्यक्ष पद का पदभार जयपुर में ग्रहण किया था। उनके साथ समाज सेवी तन सिह चोहान, भाजपा नेता वकील रुप सिह, भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा जिला अध्यक्ष नाथु खा समेजा, हज सेवक बच्चू खा कुभार सचिव मोहजम खा ने पद ग्रहण कराया।
वसुन्धरा, कर्नल, चौहान के लगे जिन्दाबाद के नारे:-
जिलानी जमात व मुस्लिम समाज में एक जोश का माहौल था, वसुन्धरा राजे, कर्नल सोनाराम, तनसिंह चौहान, डॉ प्रिंयका चौधरी, जालमसिंह रावलोत जिन्दाबाद के नारे लगाये और सभी का आभार प्रकट करते हुए मु स्लिम समाज के मौजिज लोगो ने कहा कि हम पर भाजपा सरकार ने जो अहसान जताया वक्त आने पर इस अहसान का बदला अहसान से चुकायेंगे। इस अवसर पर मोर्चे के जिलाध्यक्ष नाथु खां समेजा, उपाध्यक्ष शोकत खान, अब्दुल हक, हाजी रोशन, रमजान, अकलु, स्माइल खान, हाकम खान, जिलामंत्री अलीशेर, उस्मान खान रहुमा, अब्दुल रहमान, मोहम्मद शरीफ, निजामुदीन, हाजी सफी, हाजी लतीफ, पीर अक्स, अकरम, आबिद, मुबारक खान
रहुमा, इमाम खान समेजा, बक्सा खान समेजा, अयुब तेली, हाजी गनी, कायम दर्ष, हाजी फारूख, जलु खान समेजा, बाकु खान समेजा, सुभान खान मंगलिया,रमेशसिंह ईन्दा, मोहन कुर्डिया, तनेराजसिंह गहलोत, हरीसिंह राठौड, फुसाराम, हाजी सरादीन मंगलिया, गुलाम धनवानी, अमरदीन कोटवाल, मोहम्मद उमराव शेख, पीर मोहम्मद कोटवाल सहित कई समाज के लोग मौजूद रहे।

error: Content is protected !!