जेको चवन्दो झूलेलाल तहिन्जा थिन्दा बेड़ा पार… नारों से गूंज उठा लिलिपोंड

jhulelalबीकानेर। सिंधी समाज के प्रमुख महोत्सव चेटीचंड के दूसरे चरण में समाज के लोगों ने मंगलवार को लिलिपोंड में छेज यानी सिन्धी लोकनृत्य की प्रस्तुति से धूम मचाई। महिलाओं और पुरुषों ने झूलेलाल जी को पारम्परिक सिन्धी भजनों से रिझाया। समाज के वरिष्ठ एवं गणमान्य लोगों के सान्निध्य में बहराणा साहिब की पूजा की एवं जेको चवन्दो झूलेलाल तहिन्जा थिन्दा बेड़ा पार… नारों से क्षेत्र को गुंजा दिया। लिलिपोण्ड में पानी के बीच पल्लो मछली पर सवार भगवान झूलेलाल जी की आदमकद छवि के सम्मुख बहराणा साहिब की पवित्र जोति हासानंद मंघवानी, मनुमल सदारंगानी, महादेव बालानी, सुरेश ग्वालानी, दीपचन्द सदारंगानी आदि समाज के प्रबुद्धजनों ने प्रज्वलित करवाई। इष्टदेवता झूलेलाल जी के वरिष्ठ भक्त रमेश आहूजा, सुरेश केसवानी के सान्निध्य में बड़ी आरती कर पल्लव-अरदास की गई। संत कंवरराम सिंधी समाज ट्रस्ट गली नंबर 11 धोबीतलाई के तत्वावधान एवं मातृशक्ति, भारतीय सिंधु सभा, जय झूलेलाल सिंधी युवा मंडल सहित समाज की संबद्ध संस्थाओं के प्रतिनिधियों एवं वरिष्ठ नागरिक कला देवी, रुक्मणी देवी, देवी नवानी, भारती ग्वालानी, ज्योति नवानी, कान्ता हेमनानी, वर्षा लखानी, सरला पंजाबी तथा युवा सिन्धी कलाकार मनीष भगत आदि ने युवा पीढ़ी को सिंधी समाज की परंपराओं के निर्वहन का आह्वान किया। ट्रस्ट के किशन सदारंगानी एवं दुर्गादास सदारंगानी ने बताया कि अंत में पल्लव डाल कर अमन चैन एवं सुख समृद्धि की अरदास की गई। बहराणा साहिब से लोगों ने मन्नतें मांगी। जानू ग्वालानी ने आगंतुकों का आभार जताया।
चेटीचंड महोत्सव के तीसरे चरण में 23 मार्च को सुबह 9.30 बजे नवाचार करते हुए परदेसियों की बगेची रानी बाजार स्थित ईष्टदेव झूलेलाल जी के मंदिर में दीपमाला आदि अनुष्ठान किए जाएंगे।
किशन सदारंगानी
9414952790

error: Content is protected !!