नवसम्वत महोत्सव : धर्मयात्रा 28 को

जूनागढ़ के सम्मुख करेंगे महाआरती

bikaner samacharबीकानेर 25/3/17। भारतीय संस्कृति की परम्परा का निर्वहन करते हुए हिन्दू जागरण मंच 28 मार्च को नवसम्वत पर शहर के अंदरुनी क्षेत्र से धर्मयात्रा निकालेगा। धर्मयात्रा प्रमुख मार्गों से गुजरती हुई जूनागढ़ के सम्मुख पहुंचेगी। वहां महाआरती की जाकर सभा का आयोजन होगा साथ ही दो तस्वीरें मां और भारत माता का पूजन किया जाएगा। यह जानकारी शनिवार को होटल वृन्दावन में आयोजित पत्रकार सम्मेलन में मंच के प्रांत सह-संयोजक जेठानंद व्यास ने दी। पत्रकारों को दी। सम्मेलन में बजरंग तंवर भी मौजूद रहे। व्यास ने बताया कि जूनागढ़ के सामने कार्यकर्म में अखिल भारतीय सह-संयोजक कमलेश सिंह व संवित् सोमगिरि महाराज का सान्निध्य रहेगा।

धर्मयात्रा में आगे-आगे मोटरसाइकिल सवार; पीछे जीप, घोड़े, ऊंटों का टोला और डीजे के साथ भारत माता की झांकी होगी।यात्रा में व्यवस्थाओं में सहयोग के लिए प्रशासन को भी सूचित कर दिया गया है।

यह रहेगा रुट
धर्मयात्रा एम.एम.ग्राऊण्ड से रवाना होकर पुष्करणा स्टेडियम, गोकुल सर्किल, नत्थूसर गेट, बारहगुवाड़, सदाफते, रत्ताणी व्यासों का चौक, हर्षों का चौक, मोहता चौक, तेलीवाड़ा, दाऊजी रोड़, जोशीवाड़ा, शहर के हृदय स्थल कोटगेट, एम.जी.रोड़, शार्दूलसिंह सर्किल होते हुए जूनागढ़ पहुंचेगी और वहां भव्य महाआरती का आयोजन किया जाएगा। व्यास ने कहा कि मंच के बैनर तले यह चैत्र शुक्ल पक्ष नव संवत्सर के तहत नववर्ष मनाने का चौथा वर्ष है। पहले समाज के लोग सोए हुए थे लेकिन अब धीरे-धीरे जाग रहे हैं। समाज का कार्यक्रम है, समाज के लोग अब ध्यान रख रहे हैं। मंच का कहीं भी किसी भी प्रकार का कोई शक्ति प्रदर्शन नहीं बल्कि लोगों को साथ लेकर महाउत्सव मनाना लक्ष्य है, उन्होंने आव्हान किया कि समाज का मेले जैसा उत्सव है और सब मिलजुलकर इसे मनाएं।

हर घर पर ऊं लिखा हुआ झण्डा लगे, रंगोली सजे
जेठानंद व्यास ने सभी से आग्रह किया है कि चैत्र नववर्ष प्रतिपदा एकम के मौके पर अपने-अपने घर पर ऊं लिखा हुआ झण्डा लगाए और घरों के आगे रंगोली सजाएं ताकि पता चल सके कि नववर्ष का उत्सव हम इस तरह से मना रहे हैं।

शस्त्र नहीं लाने का आह्वान
हिन्दू जागरण मंच के जेठानंद व्यास ने पत्रकारों के माध्यम से एक ऐसा संदेश भी दिया कि जिसमें बताया गया कि प्रत्येक हिन्दू का दायित्व है कि वह अपशब्द नहीं बोले और धर्मयात्रा में किसी भी प्रकार का शस्त्र (तलवार) लेकर नहीं आए हालांकि उन्होंने यह बात भी कही कि कुछ उत्साही युवक उत्साह के साथ ऐसा कर जाते हैं लेकिन उनके मन में किसी भी प्रकार का पाप नहीं होता है। हां यदि कोई तलवार या शस्त्र लेकर आता है तो वह उत्पाती की श्रेणी में आ जाएगा। इसी वजह से पिछली दफा आयोजित धर्मयात्रा में थोड़ी दिक्कतें महसूस हुईं।
— मोहन थानवी; बीकानेर

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