बीकानेर 4/4/17। छोटीकाशी सदृश्य बीकानेर में मंगलवार की सुबह जहां घर-घर में कन्याओं का पूजन किया वहीं शाम गहराते-गहराते कुछ स्थानों पर शहनाइयां गूंजने लगी। कई जगह दुर्गाष्टमी और रामनवमी इसी दिन मनाई गई और यही वजह रही कि नवरात्रा के व्रत करने वाले श्रद्धालुओं ने देवीमाता का स्वरूप मानते हुए घरों और मंदिरों में कन्याओं का पूजन कर उन्हें भेंट प्रदान की। लोगों ने दिनभर गृह प्रवेश और प्रतिष्ठानों के उद्घाटन करने वालों को बधाइयां दी। शुभ-दिवस के उपलक्ष्य में गृहस्थियों एवं व्यवसायियों द्वारा किए गए शुभ कार्यों की धूम रही। दुर्गाष्टमी और श्रीरामनवमी महोत्सव मनाते हुए विभिन्न अनुष्ठान किए गए। नागणेचेजी मंदिर, वैष्णोधाम, सूरसागर के पास करणीमाता मंदिर, पुरानी गिन्नाणी, रानी बाजार, में दुर्गा मंदिर आदि मंदिरों में दुर्गा माता सहित देवी-देवताओं की मूर्तियांे पर विशेष श्रृंगार किया गया।
रामचरित मानस पाठ से गूंजे मंदिर और चौक
सीताराम मंदिर बाबे का मंदिर, आचार्यों का चौक में दोपहर 12 बजे भगवान श्रीराम का जन्मोत्सव मनाया गया। पंचामृत से अभिषेक कर प्रतिमाओं का फूलों से श्रृंगार किया गया। रामभक्तों ने रामभजन और कीर्तन से वातावरण गुंजायमान बना दिया। महाआरती की गई जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने सहभागिता निभाई। दीनदयाल आचार्य, सूचना एवं जनसंपर्क अधिकारी हरिशंकर आचार्य ने श्रीराम की लीलाओं को रेखांकित करते हुए उनके आदर्श जीवन मंे अपनाने का आह्वान किया। यहां महिलाओं और बाल कलाकारों ने भी भजनों से समां बांधा। वहीं पुष्टिमार्गी मंदिरों सहित कई मंदिरों में श्रीरामनवमी महोत्सव बुधवार को मनाए जाने की तैयारियों को पूरा किया गया। यहां की परम्परा के अनुसार कुछ मंदिरों में श्रीराम की जन्म कुंडली का वाचन भी किया जाएगा। तुलसी कुटीर मंे रामचरित मानस, सुंदरकांड आदि के पाठ होंगे तथा सत्संग-कीर्तन के बाद पंजीरी का प्रसाद वितरित किया जाएगा।
आज भी जारी रहेगा बधाइयों का सिलसिला
सूर्योदयात तिथि से पर्व-त्योहार और तिथि-वार मनाने वाले श्रद्धालुओं द्वारा श्रीरामनवमी पर बुधवार को भी नए प्रतिष्ठानों का शुभारंभ, गृह प्रवेश और विवाह समारोह होंगे। इस तरह शहर में मंगलवार को गूंजी बधाइयों और शहनाइयों का सिलसिला बुधवार को भी जारी रहेगा।