शहीद मंगल पाण्डे की पुण्यतिथि पर रक्तदान

नेत्रहीन बच्चों को बांटे फल
75216136-194b-4662-8c49-4926cb89f0eaबीकानेर। राजस्थान शाकद्वीपीय ब्राह्मण विकास समिति व भीखमचंद फाउण्डेशन के संयुक्त तत्वावधान में शनिवार को सन् 1857 की क्रांति के प्रथम स्वतंत्रता सेनानी शहीद मंगल पाण्डे की 160 वीं पुण्यतिथि के अवसर पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित हुए। समिति के जिलाध्यक्ष शंकर सेवग के नेतृत्व में पीबीएम अस्पताल में रक्तदान-महादान का शिविर आयोजित किया गया जिसमें जरुरतमंद मरीजों को ब्लड दिया गया। शिविर का शुभारम्भ समिति प्रदेश अध्यक्ष शिवरतन सेवग ने अपना रक्त देकर किया और युवकों से कहा कि हमारी खून की चंद बूंद किसी की जान बचा सकती है। समय-समय पर रक्तदान देने की अपील भी उन्होंने की। इस अवसर पर 11 युवकों में जयंत शर्मा, नरोत्तम सेवग, ऋतूध्वज, श्रवण सेवग, मुकेश सेवग, प्रणव भोजक, सौरभ शर्मा, पंकज शर्मा व शंकर सेवग ने अपना खून दिया। दोपहर एक बजे राजकीय नेत्रहीन विद्यालय परिसर में नेत्रहीन बच्चों के साथ श्रद्धांजलि सभा आयोजित की जहां पर विद्यालय के प्रधानाध्यापक अल्ताफ अली ने मंगल पाण्डे की जीवनी के बारे में बताया कि वह पूर्णत: भारतीय थे व अंगे्रजी हुकूमत द्वारा भारतीयों पर हो रहे अत्याचार, गाय व सूअर की चर्बीयुक्त कारतूसों को इस्तेमाल नहीं करने के विरुद्ध अंगे्रजी सेना के खिलाफ बंदूग उठायी थी। शंकर सेवग ने कहा कि 1857 की क्रांति के प्रथम क्रांतिकारी बने व आजादी की लड़ाई के प्रथम महानायक बने। आज 8 अपे्रल को उनके बलिदान का स्मरण करते हुए उन्हें पुष्प श्रद्धांजलि देते हुए नेत्रहीन बच्चों ने देशभक्ति गीतों की प्रस्तुतियां दीं। अमर शहीद मंगल पाण्डे अमर रहे के नारों के साथ कार्यक्रम का समापन किया।

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