बीकानेर, 20 अप्रेल 2017। जिले में संचालित विभिन्न राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रमों व योजनाओं के सफल क्रियान्वयन से आमजन को राहत प्रदान की जा रही है। भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना, प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान, जननी शिशु सुरक्षा योजना आदि योजनाओं के माध्यम से पात्र व्यक्तियों को बेहतर चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध करवाकर लाभान्वित किया जा रहा है।
भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना- इसके तहत राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा राशनकार्ड व आरएसबीवाई राशनकार्ड धारकों को लाभान्वित किया जाता है। जिले में अब तक कुल 41 हजार 503 रोगी लाभान्वित हुए हैं, जिनमें से 11 हजार 736 रोगियों को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में, 1 हजार 650 को जिला अस्पताल में, 5 हजार 895 को राज्य सरकार द्वारा चिन्हित सात निजी चिकित्सालयों तथा 22 हजार 222 रोगियों को पीबीएम अस्पताल में इस योजना से लाभान्वित किया गया है।
प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान- यह अभियान जून 2016 से शुरू किया गया था। यह कार्यक्रम गर्भवती महिलाओं को समर्पित है, जिससे प्रत्येक माता स्वस्थ बच्चे को जन्म दे सके। गर्भावस्था के दौरान व प्रसव के समय महिलाओं को किसी प्रकार की तकलीफ न हो, साथ ही हाई रिस्क गर्भवती महिलाओं का चिन्हीकरण कर, उन्हें नजदीकी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर रैफर किया जाता है। इसके तहत फरवरी व मार्च माह में 5 निजी चिकित्सालयों ने भी अपना निःशुल्क योगदान सरकारी चिकित्सालयों में दिया है। अभियान के तहत जिले में अब तक 184 कैम्प, चिकित्सा संस्थानों पर आयोजित किए जाकर इनमें 10 हजार 380 महिलाओं को लाभान्वित किया गया है। इनमें से 1 हजार हाई रिस्क महिलाओं को चिन्हित कर, आवश्यकतानुसाार 383 महिलाओं को रैफर किया गया।
जननी शिशु सुरक्षा योजना- जिले में मार्च माह तक कुल 47 हजार 124 संस्थागत प्रसव हुए हैं। जननी सुरक्षा योजना के तहत 39 हजार 741 प्रसूताओं को लाभान्वित किया जा चुका है। जननी शिशु सुरक्षा योजना के तहत 31 हजार 67 प्रसूताओं को लाभान्वित किया गया। कुल 50 हजार 939 प्रसूताओं एवं 10 हजार 463 नवजात को निःशुल्क दवा वितरित की गई व 38 हजार 394 प्रसूताओं एवं 6 हजार 604 नवजात को निःशुल्क लेब जांच सुविधा प्रदान की गई। परिवहन पर 1 करोड़ 22 लाख रूपये व्यय किए गए, इसमें 14 हजार 84 प्रसूताओं को संस्था से घर तक तथा 8 हजार 609 को घर से संस्था तक, 425 को रेफर परिवहन की सुविधा एवं 812 नवजात को निःशुल्क परिवहन सुविधा प्रदान की गई। साथ ही 29 हजार 878 प्रसूताओं को गर्म एवं ताजा भोजन निःशुल्क उपलब्ध करवाया गया।