नालों में कचरा डालने वालों के विरूद्ध होगी एफआईआर दर्ज-महापौर

20170608_162451बीकानेर, 8 जून। महापौर नारायण चौपड़ा ने कहा है कि नाला-नालियों में गोबर व अनुपयोगी पशु चारा डालने वालों के खिलाफ निगम के अधिकारी भारतीय दंड संहिता, म्यूनिसिपल और सिविल एक्ट के तहत सख्त कार्यवाही करें। इस कार्य में जिला व पुलिस प्रशासन का भी आवश्यक होने पर सहयोग लें।

चौपड़ा गुरुवार को नगर निगम में शहर में असहाय पशुओं की समस्या के निवारण के संबंध में आयोजित बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। बैठक में निगम आयुक्त आर.के.जायसवाल, उपायुक्त डॉ.राष्ट्रदीप व ताज मोहम्मद राठौड़, विधि परामर्शक हजारी राम ज्याणी, स्वास्थ्य अधिकारी मक्खन लाल आचार्य, अधीक्षण अभियंता ललित ओझा, रामकुमार सिंघल, टाउन प्लानर समुद्र सिंह, सहायक अभियंता, कनिष्ठ अभियंता व इंस्पेक्टर मौजूद थे।

महापौर ने कहा कि शिववैली में कांजी हाउस के लिए प्राप्त भूमि में चार दीवारी का निर्माण कार्य पूर्ण किया जाए तथा असहाय पशुओं को रखने की व्यवस्था की जाए। चार दीवारी निर्माण में बाधा उत्पन्न करने वालों के खिलाफ विधि सम्मत कार्यवाही अमल में लाएं। उन्होंने कहा कि मार्ग पर तथा नाले-नालियों में गोबर व अनुपयोगी चारा डालने वाले पशु पालकों के खिलाफ अतिरिक्त मजिस्टे्रट (शहर)सिविल एक्ट की धारा 133 के तहत थानों में मामला दर्ज करवावें। इसके लिए संबंधित क्षेत्र के इंस्पेक्टर को मामला दर्ज करवाने के लिए अधिकृत किया हुआ है।

महापौर ने कहा कि जन स्वास्थ्य विभाग की सुजानदेसर 150 भूमि, गंगाशहर की 6 हजार बीघा गोचर भूमि में असहाय पशुओं को रखने, वहां चार दीवारी बनवाने, पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान विश्व विद्यालय के बीछवाल व कोडमदेसर के फार्म हाउस व आस पास की गौशालाओं में गोधो सहित पशुओं को रखने के विकल्प पर गंभीरता से कार्य करें।

आयुक्त आर.के. जायसवाल ने बरसात के मौसम में नाले व नालियेां में गोबर व अनुपयोगी चारा व कचरा डालने से अनेक समस्याएं सामने आएगी। लोगों के स्वास्थ्य पर भी विपरीत असर पड़ सकता है, ऎसे में संबंधित क्षेत्र के इंस्पेक्टर यहां तक जमादार भी पशु पालकों को नाले-नालियों में गोबर नहीं डालने के लिए समझाइस करें। समझाइस के बावजूद नहीं मानने है तो संबंधित पशु पालक के खिलाफ कानूनी कार्यवाही करें।

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कुलपति प्रो. छींपा का अभिनंदन

बीकानेर, 8 जून। स्वामी केशवानंद राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बी. आर. छींपा को सरदार बल्लभ भाई पटेल पुरस्कार प्राप्त होने पर नामदेव छींपा समाज की ओर से उनका अभिनंदन किया गया।

आयोजन से जुड़े मुरली पंवार ने बताया कि डॉ. छींपा कृषि क्षेत्र से इस पुरस्कार से सम्मानित होने वाले राजस्थान के पहले कृषि वैज्ञानिक हैं। उन्होंने राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर के अनेक सेमिनारों में हिन्दी में शोध व अनुसंधान प्रस्तुत किए हैं। उन्होंने बताया कि प्रो. छींपा के इन प्रयासों से कृषकों को भरपूर लाभ मिला है। प्रो. छींपा की इस उपलब्धि पर नामदेव छींपा समाज की ओर से अभिनंदन किया गया। इस अवसर पर अशोक झांकल, कैलाश झांकल, सुशील पंवार और सुंदर लाल भाटी आदि मौजूद थे।

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