सिंधी समाज के बच्चे हुए खुश, सिन्धी लिखना-पढ़ना सीखे, प्रमाण पत्र मिले

IMG-20170611-WA0000बीकानेर 11/6/17 रविवार। अमरलालनगर रथखाना कॉलोनी का झूलेलाल मंदिर में 35 से भी ज्यादा बच्चों की मौजूदगी आज किसी विशेष अवसर को बता रही थी। अवसर था बच्चों की खुशी का और वे इसलिए खुश थे कि उन्हें भारतीय सिंधु सभा महानगर की ओर से आयोजित बाल संस्कार शिविर में सिन्धी लिखना पढ़ना भी सिखाया गया। शिविर के समापन के इस अवसर पर आयोजित समारोह में बच्चों को प्रमाण पत्र तो दिए ही गए साथ ही शहर ही नहीं वरन ब्यावर और जयपुर से आए सिंधी शिक्षकों व अतिथियों ने तालियों से बच्चों का उत्साहवर्धन करते हुए सभी प्रतिभागी बच्चांे को पेंसिल बॉक्स, पैन आदि चीजें उपहार में दी। झूलेलाल मंदिर में लगाए शिविर में ब्यावर से आईं प्रशिक्षक मुस्कान पारवानी, जयपुर से आमंत्रित प्रशिक्षक राजकुमारी दयालानी व बीकानेर की प्रशिक्षक माया रिझवानी के नेतृत्व में बच्चों ने एक से बढ़ कर एक सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी जिन्हें सराहते हुए अतिथियों व प्रभारी राजेश केशवानी एवं अशोक खत्री ने बच्चों को आगे बढ़ने की प्रेरणा दी। मंचस्थ अतिथि प्रताप खुराना, मानसिंह मामनानी, सतीश रिझवानी, किशन सत्यानी ने बच्चों को सिंधु संस्कृति संबंधी जानकारी दी एवं संस्कारों से समृद्ध होकर समाज व शहर बीकानेर का नाम रोशन करने का आह्वान किया। शिक्षक अनिल डेम्बला ने बच्चों द्वारा गाए सिंधी गीतों व कविताओं को सराहा। पूर्व सेवा प्रमुख श्याम आहूजा, किशन सदारंगानी, सुरेश केशवानी, टीकम पारवानी, केशव खत्री, विजय ऐलानी, तेजप्रकाश वलीरमानी आदि पदाधिकारियों ने विभिन्न स्थानों पर लगे शिविरों की गतिविधियों के बारे में बताया। गणेश सदारंगानी, लक्ष्मण किशनानी के नेतृत्व में युवा कलाकारों और मातृशक्ति की बहिनों ने भजनों से समां बांधा। संगठन मंत्री बहुभाषी साहित्यकार मोहन थानवी ने बच्चों को सिन्धी में कहानी, कविता आदि रचनाओं को लिखने का संदेश दिया। आभार मंदिर के सेवक दौलत ने ज्ञापित किया।

मोहन थानवी
संगठन मंत्री, महानगर
9460001255

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