सिन्ध स्मृति दिवस मनाया; भारत माता की पूजा की

bikaner samacharबीकानेर। भारतीय सिंधु सभा महानगर इकाई की ओर से समग्र सिंधी समाज के तत्वावधान में सिंध स्मृति दिवस का आयोजन पवनपुरी स्थित नवनिर्मित झूलेलाल जी का मंदिर में डॉ अशोक मूलचंदानी के आतिथ्य में भारत माता की पूजा कर किया गया। मूलचंदानी ने युवा पीढ़ी को सिंधी लिखने पढ़ने और बोलने की अपील की। विशिष्ट अतिथि वक्ता शालिनी मूलचंदानी; देवीचंद खत्री ने युवा पीढ़ी को सिंधु संस्कृति और प्राचीन परंपराओं से जोड़ने के लिए सतत प्रयासों और समाज के सभी वर्गों के साथ मिलकर व संकल्पित होकर कार्य करने की जरूरत बताई। मुख्य वक्ता मोहन थानवी ने सिंध सहित भारत के 712 ई से विभाजन तक के इतिहास को रेखांकित करते व दाहरसेन आदि बलिदानियों का स्मरण कराते हुए समाज के लोगों को सिंधीयत के संरक्षण में आगे आने का आह्वान किया। समारोह अध्यक्ष हासानंद मंघवानी ने विश्वास जताया कि सिंधी समाज के लोग अपने पुरखों की मातृभूमि सिंध पर फिर से बसने का अपना स्वप्न साकार बनाने में सक्षम हैं। इस अवसर पर संभाग संरक्षक श्याम सुंदर आहूजा, महानगर अध्यक्ष किशन सदारंगानी, टीकम पारवानी ; डॉ सुनिल मेहरचंदानी ने कहा कि बीकानेर सिंधी समाज के युवा और महिलाएं सिंध, सिंधी और सिंधियत का संदेश तथा अपनी परंपराओं को बालकों को बचपन से ही देते हैं । सोनू महाराज; अशोक खत्री; मातृशक्ति मंडली द्वारा शहीदों की याद में गीतों व भजनों प्रस्तुतियां दी गई। टिल्लूमल, मनूमल सदारंगानी, अशोक खत्री, मानसिंह मामनानी आदि ने विचार रखे। विनोद गिडवानी ने सभी सिंधी संस्थाओं और सभी प्रतिभागियों का आभार ज्ञापित किया। अध्यक्ष किशन सदारंगानी ने युवा समाजसेवी चंद्र प्रकाश आहूजा, समाज के वरिष्ठजन नानकराम बलिरमानी तथा श्रीमती कान्ता खुबलानी माखीजा के असामयिक निधन के कारण पूर्व घोषित सम्मान कार्यक्रम स्थगित करने की घोषणा की। मौजूद सभी लोगों ने शोक प्रकट किया व दिवंगत की आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन रखा।
– मोहन थानवी

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